उज्ज्वला योजना में झोल, योजना के नाम पर लिए जा रहे पैसे , खुली पोल

cases of corruption have been revealed in Prime Minister Ujjwala scheme
उज्ज्वला योजना में झोल, योजना के नाम पर लिए जा रहे पैसे , खुली पोल
उज्ज्वला योजना में झोल, योजना के नाम पर लिए जा रहे पैसे , खुली पोल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में गड़बड़ियों के मामले सामने आए हैं। योजना  अंतर्गत नि:शुल्क दिए जा रहे एलपीजी गैस कनेक्शन में वसूली होने का खुलासा हुआ है। वसंतराव नाईक शेती स्वालंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी की ओर से चलाए जा रहे सरकार अापके द्वार कार्यक्रम में ग्रामीणों ने नि:शुल्क गैस कनेक्शन देने की बजाए गैस वितरकों द्वारा 2500 से 3500 रुपए तक जबरन वसूली करने की शिकायत की है। गैस सिलेंडर भी 1200 से 1500 रुपए में रीफिल करने का खुलासा हुआ है।

मिशन के अध्यक्ष तिवारी के सामने ग्रामीणों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि, पैसे नहीं देने पर गैस वितरकों द्वारा उन्हें धमकाया जा रहा है। वनविभाग द्वारा दिए जा रहे गैस वितरण में भी यह शिकायत सामने आयी है। मामलों की गंभीरता देखते हुए मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने योजना के नाम पर गोरखधंधा होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, अन्न व आपूर्ति विभाग, वन विभाग और गैस कंपनी के अधिकारी गैस वितरकों से मासिक हफ्ता ले रहे है। यह गोरखधंधा नियमित रूप से शुरू है। श्री तिवारी ने आह्वान किया कि, जिन लाभार्थियों से नि:शुल्क योजना में वसूली की गई है, वे उनकी मोबाइल नंबर पर शिकायत करें।  भारत में स्वच्छ इंधन इस्तेमाल में बढ़ोतरी करने, महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने और प्रदूषण का प्रमाण कम करने के लिए गरीबी रेखा अंतर्गत जीवन जीने वाले परिवारों को नि:शुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अप्रैल 2016 से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की है।

केंद्र सरकार द्वारा 3 साल में 5 करोड़ परिवारों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर 8 हजार करोड़ खर्च हुए हैं। केंद्र सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर इसका प्रचार-प्रसार कर इसे गरीबों के हित में बड़ा कदम बताया गया, लेकिन अब इस योजना में गड़बड़ियों के अनेक खुलासे हो रहे हैं। खुद राज्य सरकार के प्रतिनिधि और शासकीय वसंतराव नाईक शेती स्वालंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने इसका खुलासा किया है। नि:शुल्क दिए जाने वाले गैस कनेक्शन के भी 2500 से 3500 रुपए वसूलने के आरोप लगे हैं। उन्होंने अधिकारियों पर मिलीभगत और वसूली करने के आरोप लगाए हैं। श्री तिवारी ने कहा कि, बेखौफ गैस वितरकों द्वारा की जा रही वसूली फौजदारी अपराध है। जिन लाभार्थियों से वसूली की गई है, उन्हें तत्काल पैसे लौटाने की मांग करते हुए तिवारी ने कहा कि, शेतकरी मिशन इसके खिलाफ अभियान चलाएगा। 

Created On :   5 Nov 2018 12:30 PM IST

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