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नागपुर ग्रामीण में रेप, चोरी, दंगे और मारपीट के मामले बढ़े
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण में 2017 की तुलना 2018 में अपराध का ग्राफ बढ़ा है। रेप, चोरी, दंगे, धोखाधड़ी व मारपीट के मामले बढ़े है। 1 जनवरी 2018 से 31 जनवरी 2018 (एक साल) तग्राक कुल 4676 अपराध दर्ज हुए है। 2018 में 3239 आरोपी पकड़े जाने और 2218 आरोपी कोर्ट से रिहा होने की खुलासा आरटीआई में हुआ है। आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार नागपुर ग्रामीण में हत्या व हत्या के प्रयास के मामलों में कमी आई है, लेकिन समाज के लिए अतिसंवेदनशील समझे जानेवाले रेप के मामलों में वृद्धि हुई है। 2017 में जहां रेप के 100 मामले थे, वहीं 2018 में यह आंकड़ा बढ़कर 113 हो गया है। चोरी के 1126 मामले दर्ज थे, जो 2018 में 1300 तक पहुंच गए। दंगे के 103 मामले दर्ज हुए। धोखाधड़ी व मारपीट कर जख्मी करने के मामलों में भी वृद्धि हुई है। धोखाधड़ी के 134 व मारपीट कर जख्मी करने के 921 मामले दर्ज हुए है। नागपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक के अंतर्गत आनेवाले एरिया में जहां 2017 में 4367 अपराध दर्ज हुए थे, वहीं 2018 में 4676 अपराध दर्ज हुए है। 2018 में 3239 आरोपी पकड़े गए और 2218 आरोपी कोर्ट से रिहा हो गए। पुलिस विभाग में रहकर अपराध करनेवाले एक कर्मचारी को 2018 में नौकरी से बाहर कर दिया गया है। ग्रामीण पुलिस में दर्ज कुल अपराधों में 34600 मामले कोर्ट में विचाराधीन है।
2018 में दर्ज अपराध
रेप 113
चोरी 1300
दंगा 103
धोखाधड़ी 134
जख्मी करना 921
रेप, चोरी व धोखाधड़ी गंभीर अपराध
नागपुर ग्रामीण में रेप, चोरी, धोखाधड़ी, दंगे व जख्मी करने के मामले बढ़ना गंभीर बात है। इस पर विशेष ध्यान देने की की जरूरत है। रेप से सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचती है। चोरी से लोगों की जिंदगी की कमाई चले जाती है। दंगे से दो गुटों में वैमनस्य बढ़ता है। ग्रामीण पुलिस को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
-अभय कोलारकर, आरटीआई एक्टिविस्ट नागपुर
Created On :   24 Feb 2019 2:09 PM GMT