नेशनल लोक अदालत में राजीनामे के जरिए हुआ प्रकरणों का निराकरण

Cases resolved through compromise in National Lok Adalat
नेशनल लोक अदालत में राजीनामे के जरिए हुआ प्रकरणों का निराकरण
पन्ना नेशनल लोक अदालत में राजीनामे के जरिए हुआ प्रकरणों का निराकरण

 डिजिटल डेस्क पन्ना। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार शनिवार को जिला न्यायालय पन्ना सहित तहसील न्यायालय पवई और अजयगढ में नेशनल लोक अदालत लगाई गई। इस दौरान 309 लंबित प्रकरणों का राजीनामा के जरिए निराकरण किया गया। प्रीलिटिगेशन प्रकरणों में 26 लाख 57 हजार 379 रूपए और लिटिगेशन प्रकरणों में 78 लाख 53 हजार 421 रूपए अर्थात कुल 1 करोड 5 लाख 10 हजार 800 रूपए की समझौता राशि का अवार्ड पारित किया गया। लोक अदालत के लिए जिला न्यायालय पन्ना में 8, तहसील न्यायालय पवई में 3 एवं तहसील न्यायालय अजयगढ में 1 खण्डपीठ का गठन किया गया था।

 

पन्ना में खण्डपीठ क्रमांक 1 में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुं. भावना साधौ द्वारा 6 क्लेम प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 2 में प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय सुरेशचन्द्र पाल द्वारा 23 पारिवारिक मामलों के प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 3 में तृतीय जिला न्यायाधीश कमलेश कुमार सोनी द्वारा 21 प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 4 में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेन्द्र सिंह शाक्य द्वारा 45 प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 5 में द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश प्रियंक भारद्वाज द्वारा 39 प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 6 में प्रथम व्यवहार न्यायाधीश मोहित बडके द्वारा 22 प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 7 में तृतीय व्यवहार न्यायाधीश सुश्री जसविता शुक्ला द्वारा 24 प्रकरण तथा खण्डपीठ क्रमांक 8 में चतुर्थ व्यवहार न्यायाधीश प्रीतम शाह द्वारा 27 प्रकरण निराकृत किए गए। इसी तरह पवई में खण्डपीठ क्रमांक 9 में जिला न्यायाधीश शचीन्द्र श्रीवास्तव द्वारा 29 प्रकरण, खण्डपीठ क्रमांक 10 में व्यवहार न्यायाधीश राम सिंह बघेल द्वारा 22 प्रकरण एवं खण्डपीठ क्रमांक 11 में व्यवहार न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव द्वारा 26 प्रकरण तथा अजयगढ में व्यवहार न्यायाधीश सुश्री पलक श्रीवास्तव द्वारा 25 प्रकरणों में राजीनामा के माध्यम से लंबित प्रकरणों का निराकरण करवाया गया। 

 

आपसी राजीनामा से दंपत्ति साथ रहने को हुए राजी
लोक अदालत में परिवार परामर्श केन्द्र के माध्यम से 4 प्रकरणों में तथा कुटुम्ब न्यायालय के 3 प्रकरणों में पति-पत्नि के विवाद संबंधी प्रकरण विचाराधीन थे। इनमें से एक प्रकरण में राजीनामा के माध्यम से उन्हें मिलाया गया। प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा फलदार वृक्ष वितरित कर बच्चों के साथ सुखमय जीवन व्यतीत करने का आर्शीवचन भी दिया गया। जिला न्यायालय पन्ना में आयोजित लोक अदालत में 243 प्रीलिटिगेशन प्रकरण निराकृत किए गए। इनमें बैंकों के 17, विद्युत विभाग के 110, दूरसंचार के 31, नगरीय निकायों के संपत्ति व जलकर के 80, राजस्व विभाग के 272 लंबित प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसके अलावा पवई में 45 और अजयगढ में 30 प्रकरण निराकृत किए गए। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा दीप प्रज्जवलन कर लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विशेष सत्र न्यायाधीश एवं नोडल अधिकारी आर.पी. सोनकर, जिला न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजेन्द्र कुमार पाटीदार, जिला न्यायाधीश इन्द्रजीत रघुवंशी सहित अभिभाषक संघ के अध्यक्ष जे.के. राव, सचिव रत्नेश खरे, जिला विधिक सहायता अधिकारी देवेन्द्र सिंह परस्ते व अभिभाषक संघ के सदस्य एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

Created On :   13 Nov 2022 3:44 PM IST

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