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कटनी मेें सीबीनाट मशीन शुरू, टीबी मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा जबलपुर

डिजिटल डेस्क कटनी। टीबी रोग से ग्रसित मरीजों को अब जबलुपर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। टीबी जैसे गंभीर रोग का समुचित इलाज शासकीय जिला चिकित्सालय मेे ही उपलब्ध होगा। उक्त जानकारी विधायक संदीप जायसवाल ने उपस्थित मरीजों और परिजनों को संबोधित करते हुए कहे। अवसर था जिला चिकित्सालय में आयोजित सीएम जिला स्वास्थ्य शिविर एवं राज्य बीमारी सहायता निधि, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य शिविर का। मुख्य अतिथि विधायक संदीप जायसवाल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोक अवधिया, सिविल सर्जन सतीष शर्मा, डॉ. केपी श्रीवास्तव, डॉ. यशवंत वर्मा रहे। शिविर का विधिवत शुभारंभ अतिथियों द्वारा किया गया। महंगे इलाज से मिलेगा छुटकारा शासकीय जिला अस्पताल सिविल सर्जन एसके शर्मा ने बताया कि टीबी एवं क्षय रोग सेग्रसित मरीजों की जांच करने सी डॉट मशीन उपलब्ध नहीं थी। इस बीमारी के संबंधित मरीज के नमूने परीक्षण हेतु जबलपुर जाना होता था या फिर प्राइवेट सेेंटर्र का सहारा मरीजों को लेना पड़ता था।
नवनिर्मित भवन में क्षय रोग मरीजों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीडॉट मशीन प्रदान की गई है। इस मशीन की उपलब्धता से मरीजों को प्राइवेट में होने वाली आर्थिक और मानसिक परेशानियों से छुटकारा मिल सकेगा। विभिन्न रोगों के मरीजों का हुआ परीक्षण शासकीय जिलाचिकित्सालय में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में कैंसर संबंधी, हृदय रोग, किडनी रोग, अस्थि रोग, नेत्र रोग, न्यूरो सर्जरी, जन्मजात विकृति एवं अपंगता सहित अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों से लेकरबड़ों तक का परीक्षण जबलपुर, भोपाल, बैतूल के नामी अस्पतालों के चिकित्सकों द्वारा किया गया।
राज्य बीमारी सहायता के लिए चिन्हित किए गए मरीज
जिले भर से शिविर में आए बच्चों एवं वयस्कों के बीमारी में इलाज हेतु राज्य बीमारी सहायता संबंधी आवेदन भी आए जिला चिकित्सालय से प्राप्त जानकारी अनुसार राज्य बीमारी सहायता योजना में अभी तक जिले में 108 आवेदन पूर्व में आए जिनमेे 16 मामलों में लोगों को बीमारी सहायता निधि प्रदान की गई है। इसी तरह 24 छोटे बच्चे जिन्हें सुनने की प्राब्लम थी ऐसे बच्चों को इस योजनांर्गत श्रवण यंत्र भी उपलब्ध कराये जा चुके हैं। वित्तीय वर्ष 2017-18 से 42 लाख रूपयों की सहायता जरूरतमंदों को दी जा चुकी है। रविवार को शिविर में 0 से 18 वर्ष तक के मरीजों का राज्य बीमारी सहायता मेंं राष्ट्रीय बाल्यावस्था मिशन के तहत उपचार के लिए चयन होगा वहीं 18 वर्ष से उपर के मरीजों को राज्य बीमारी सहायता का लाभ पाने बीपीएल श्रेणी का कार्ड प्रस्तुत करना होगा। शिविर में सुबह से शाम 5 बजे तक मरीजों की आवाजाही बनी रही। इस अवसर पर डॉ. राजेंद्र ठाकुर, डॉ. नरेंद्र झामनानी, डॉ. समीर सिंघई, डीपीएम, डीएएम, एपीएम, बीसीएम नर्सिंग स्टाफ सहित राजेंद्र कौर लाम्बा, गीता जायसवाल, नगीना सोनी, अर्चना सोनी, इंदु पाठक की उपस्थिति रही।
Created On :   12 Feb 2018 2:06 PM IST