- Home
- /
- आशा व गट प्रवर्तकों को केंद्र सरकार...
आशा व गट प्रवर्तकों को केंद्र सरकार न्यूनतम वेतन दे

डिजिटल डेस्क, अमरावती। आयटक के नेतृत्व में अब तक आशा व गट प्रवर्तक कर्मियों ने दिल्ली, मुंबई, नागपुर आैर जिला स्तर पर अनेक आंदोलन किए गए, लेकिन उनके मानधन में मामूली वृद्धि कर सरकार उनसे खिलवाड़ कर रही है। दिनोंदिन बढ़ती महंगाई में परिवार का पालन पोषण कैसे करना, यह सवाल निर्माण हो गया है। मिलनेवाला मानधन काफी कम है। केंद्र सरकार द्वारा मानधन में वृद्धि न करने पर तीव्र आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान आयटक के प्रदेशाध्यक्ष राजू देसले ने किया। शहर के पंचवटी चौक स्थित वर्हाडे मंगल कार्यालय में आयोजित जिला स्तरीय अधिवेशन में देसले बोल रहे थे। अधिवेशन का उद्घाटन भाकपा के प्रदेश सचिव व कामगार नेता तुकाराम भस्मे ने किया। इस अवसर पर जे.एम.कोठारी, श्याम काले उपस्थित थे।
केंद्र की मोदी सरकार ने कामगार विरोधी कानून अमल लाया, कामगारों ने लंबी लड़ाई लड़कर हासिल किया कानून इस सरकार ने बदल दिया। इस सरकार को सत्ता से हटाने का आह्वान अधिवेशन के उद्घाटन तुकाराम भस्मे ने किया। अन्य अतिथियों ने भी कामगारों को केंद्र सरकार के विरोध में एकजुटता से लड़ने का आह्वान किया। इस अवसर पर आशावर्करों के प्रश्न रेखा मोहड ने तथा गट प्रवर्तकों के प्रश्न मंगला बावनेर ने रखे। संगठन जिला सचिव प्रफुल देशमुख ने आशा व गट प्रवर्तकों को न्यूनतम वेतन के लिए लड़ाई तीव्र करने तैयार रहने का आह्वान किया। अधिवेशन में जिले के सभी आशा व गट प्रवर्तक कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। संचालन प्रियंका धसकट ने तथा आभार उज्वला चौधरी ने माना। अधिवेशन में संगठन की जिलाध्यक्ष रेखा मोहड, कार्याध्यक्ष विद्या रामटेके, गट प्रवर्तक अध्यक्ष उज्वला चौधरी, सुषमा रहांगडाले, ललिता सहारे, आशा गायगोले, ललिता ठाकरे, प्रमिला ठवरे, वनिता कडू, शुभांगी कडू, स्वाति बाईस्कर, अंजलि तानोडे, योगिता गोरले, प्रज्ञा मोहड, वैशाली पाटील, निशा सुपले, अनिता लव्हाले, वैशाली हिवराले, कांता इंगोले, संध्या शर्मा, अर्चना खांडेकर, वंदना वाकडे, दीपाली घाटे, विजय जनवर, संजीवनी पटेल, संध्या जावरकर, ममता व्यवहारे, ममता धनोकार, पदमा माहुलकर सहित सैकड़ों आशा व गट प्रवर्तक उपस्थित थीं।
Created On :   5 Aug 2022 1:54 PM IST