- Home
- /
- 93 साल की हुई मुंबई की लाइफ लाइन
93 साल की हुई मुंबई की लाइफ लाइन

डिजिटल डेस्क,मुंबई। दुनिया की सबसे व्यस्तम ट्रेन सेवाओं में से एक मध्य रेलवे की लोकल ट्रेन सेवा को 93 साल पूरे हो गए। चार डिब्बों वाली मुंबई की लोकल ट्रेनें अब 15 कोच वाली हो गई हैं। साथ ही इनकी संख्या रोजाना 150 से बढ़ कर 1735 तक पहुंच गई। इसके बावजूद आज भी इन ट्रेनों में लोगों को अमानवीय स्थित में यात्रा करनी पड़ती है।
चार से 15 डिब्बे और 150 से 1735 हुई लोकल ट्रेनों की संख्या
माया नगरी की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाओं (ईएमयू) की शुरुआत 3 फरवरी 1925 को चार डिब्बे वाली इलेक्ट्रिक ट्रेन से हुई थी। पहली लोकल ट्रेन सेवा मुंबई वीटी (अब सीएसटीएम) कुर्ला के बीच हार्बर लाईन पर चलाई गई थी। फिलहाल मुंबई में लोकल ट्रेन सेवाओं के लिए मध्य, पश्चिम व हार्बर लाईन नाम से तीन नेटवर्क है। शनिवार को मध्य रेलवे के महाप्रबंधक देवेंद्र कुमार शर्मा व मध्य रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुनील उदासी सहित अन्य अधिकारियों ने केक काट कर लोकल ट्रेन के जन्मदिवस को याद किया। इस मौके पर श्री शर्मा ने बताया कि लोकल ट्रेन सेवा के 94 वे साल में पदार्पण के उपलक्ष्य में हार्बर लाईन पर भी जल्द अत्याधुनिक कोच वाली लोकल ट्रेन चलाई जाएगी। 93 साल पहले शुरु हुई चार डिब्बों वाली ट्रेन 1927 में 8 डिब्बे की हुई। 1963 में नौ और 1986 में 12 कोच वाली ट्रेन सेवाएं शुरु की गई। 2012 में मेन लाईन की सभी सेवाएं 15 कोच वाली कर दी गई। दरअसल इस महानगर में बढ़ती भीड़ का सर्वाधिक असर लोकल ट्रेन सेवाओं पर ही पड़ता है। सस्ती व सुलभ होने के कारण लोकल ट्रेन परिवहन का सबसे कारगर साधन बनी हुई है।
ऐसे बढ़ी लोकल ट्रेन सेवाओं की संख्या
वर्ष दैनिक सेवाओं की संख्या
1925 - 150
1935 - 330
1945 - 485
1951 - 519
1961 - 553
1971 - 586
1981 - 703
1991 - 1015
2001 - 1086
2011 - 1573
2018 - 1732

Created On :   3 Feb 2018 6:10 PM IST