बारिश और ओलों से फसल हुई खराब, दुखी किसान ने कुएं में कूदकर दी जान

Chhatarpur Farmer committed suicide due to crop failure
बारिश और ओलों से फसल हुई खराब, दुखी किसान ने कुएं में कूदकर दी जान
बारिश और ओलों से फसल हुई खराब, दुखी किसान ने कुएं में कूदकर दी जान

डिजिटल डेस्क नौगांव छतरपुर । गर्रोली में  फसल खराब होने से हतास किसान धांसू पाल द्वारा कुएं में कूदकर मौत को गले लगाने की जानकारी मिलने पर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार बुधवार को पीडि़त परिवार के घर पहुंचकर परिजनों का ढाढ़स बधाया है। केंद्रीय मंत्री ने किसान की मौत से सदमे आये परिवार को हरसंभव
मदद का भरोसा दिया है।उन्होंने जल्दी ही पीडि़त परिवार को सहायता राशि दिलाने की बात कही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मृतक  परिजनों को हताश और निराश होने की कोई जरुरत नहीं सरकार उनके साथ है । फसल तबाही का  भी मुआबजा दिया जायेगा।
खेतों में जाकर देखा ओले का कहर
 केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार  नौगाँव से होते हुए हरपालपुर क्षेत्र के गांवो में पहुंचे । उन्होंने ओला वृष्टि से हुई खराब फसलों का जायजा लिया। इसके बाद अलीपुरा होते हुए गर्रोली से  सुनाटी , मचा गांव पंहुचे । इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने खेतों में जाकर ओले का कहर देखा।  निरीक्षण के दौरान तहसीलदार  जिया फातिमा एवं हल्का  पटवारी मौजूद  रहे।
राजस्व टीम ने लिया तबाही का जायजा
जिले में तीन दिन की बारिश के साथ आसमान से ओले बरसने से खेतों में तबाही का मंजर सर्वे में साफ नजर आने लगा है।बुधवार को राजस्व, कृषि ,ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार की टीम ने खेतों में पहुंच कर फसल की नुकसानी का जायजा लिया।जिले में ओले की बौछार से अफसरों के नजरी सर्वे में 87 गांवो की फसल खऱाब होने की जानकारी सामने आई है । भू -अधीक्षक आदित्य सोनकिया का दावा है की चार दिन के अंदर सर्वे की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।उन्होंने बताया की सर्वे का कार्य शुरू हो चुका है , फसल नुकसानी का ब्यौरा तैयार कर राहत राशि की शासन से डिमांड की जाएगी ।
25 फीसदी नुकसान पर नहीं मिलेगी राहत भू - अभिलेख अधीक्षक ने बताया की शासन के नियम के तहत  25 फीसदी तक फसल
नुकसानी पर राहत नहीं मिलेगी। 33 प्रतिशत से अधिक फसल की ही पूर्ण क्षति मानी जाएगी । उन्होंने बताया की तय मापदंड के आधार पर फसल का सर्वे कार्य जा रहा है। सर्वे में पटवारी , कृषि ,हल्टीकल्चर की टीम क्षति पत्रक तैयार करेगी।
इनका कहना है
फसल नुकसानी का सर्वे कार्य शुरू हो गया है ,चार दिन के अंदर फसल क्षति का आंकलन कर लिया जायेगा । सर्वे के बाद शासन से राहत राशि की डिमांड की जाएगी ।
आदित्य सोनकिया ,अधीक्षक ,भू-अभिलेख

 

Created On :   15 Feb 2018 1:39 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story