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अपने विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंचे मुख्यमंत्री शिंदे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने गुट के विधायकों-सांसदों के साथ गुवाहाटी स्थित मा कामाख्या देवी के दर्शन के लिए शनिवार को मुंबई से गुवाहाटी पहुंचे।असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंच की शिंदे व उनके समर्थक विधायकों ने कामाख्या देवी के दर्शन किए। इस दौरे में उनके गुट के पांच विधायक व एक सांसद ने निजी व्यस्तता का हवाला देते हुए शामिल नहीं हुए। जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाने वाले भाजपा नेता मोहित कंबोज भारतीय और रविंद्र चव्हाण भी शिंदे के साथ गुवाहाटी गए हैं।
मुख्यमंत्री शिंदे के साथ ना सिर्फ शिंदे गुट के विधायक और सांसद हैं बल्कि वे निर्दलीय विधायक भी हैं जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत के वक्त शिंदे गुट का साथ दिया था और उनके साथ गुवाहाटी में डेरा जमाया था। मोहित कंबोज तब भी शिंदे गुट के साथ सूरत में दिखे थे जब शिंदे गुट के विधायक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व से बगावत कर सूरत पहुंचे थे और बाद में वहां से गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए थे। एक बार फिर खासकर मोहित कंबोज का शिंदे गुट के साथ दिखाई देने पर महाराष्ट्र की राजनीति में क्या नया पक रहा है, यह जानने की लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है।
हिंदुत्ववादी सरकार को देवी-देवाताओं के आशीर्वाद की जरुरतः चव्हाण
शिंदे गुट के साथ गुवाहाटी जाने की वजह बताते हुए भाजपानेता व राज्य के पीडब्लूडी मंत्री रवींद्र चव्हाण ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे ने मुझे कॉल कर बताया कि हमें,गुवाहाटी देवी के दर्शन के लिए चलना है। मुख्यमंत्री का आदेश होने की वजह से मैं देवी के दर्शन के लिए जा रहा हूं। यह हिंदुत्ववादी विचारों की सरकार है। हमें कहीं ना कहीं अपने कामों में देवी-देवताओं के आशीर्वाद और कृपा की जरूरत पड़ती है। इसलिए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि कामाख्या देवी का दर्शन करने चलना है। जबकि भाजपा नेका मोहित कंबोज ने कहा कि सरकार सही तरह से चले, जनता का काम पूरा हो, ऐसी मन्नतें पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री के साथ देवी दर्शन को जा रहे हैं।
शिंदे समर्थक ये विधायक और सांसद दौरे से दूर
जो शिंदे समर्थक विधायक और सांसद दौरे पर नहीं गए हैं, उनमें चंद्रकांत पाटील, अब्दुल सत्तार, गुलाबराव पाटील, तानाजी सावंत, महेंद्र दलवी, संजय गायकवाड़ और सांसद श्रीरंग बारणे शामिल हैं। पिछले कुछ दिनों से सीएम शिंदे लगातार चर्चा का मुद्दा बनता रहा है। पिछले दिनों नासिक दौरे के दौरान बताया जा रहा है कि उन्होंने ज्योतिष से सलाह ली थी और अपने हाथ दिखाए थे।इसको लेकर विपक्ष ने शिंदे की आलोचना की थी।
ऐसा है सीएम का गुवाहाटी दौरा
26 नवंबर, शनिवार की सुबह साढ़े नौ बजे मुख्यमंत्री के साथ उनके समर्थक गुवाहाटी के लिए मुंबई से रवाना हुए।असम में महाराष्ट्र के सीएम के स्वागत की खास तैयारी की गई थी। जगह-जगह उनके अभिवादन के पोस्टर और बैनर गेलहैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने गुवाहाटी पहुंच कर मां कामाख्या देवी के दर्शन किए। इस दौरे के दौरान महाराष्ट्र व असम सरकार के बीच पर्यटन को लेकर कुछ करार भी होने वाले हैं।
नहीं मिलेगा देवी का आशीर्वाद, गिरेगी शिंदे सरकारः राकांपा
विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री शिंदे के गुवाहाटी दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि शिंदे सरकार पर कामाख्या देवा का प्रकोप है। इस लिए यह सरकार जल्द गिर जाएगी। प्रदेश राकांपा के प्रवक्ता महेश तपासे ने शनिवार को कहा कि 29 नवंबर को सत्ता परिवर्तन विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाले हैं। इस फैसला आने के बाद 16 विधायक निलंबित हो जाएंगे जिसमें एकनाथ शिंदे भी शामिल हैं। इसके बाद शिंदे सरकार गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि शिंदे सरकार ने जो जनविरोधी फैसले किए हैं उससे उन्हें देवी का आशीर्वाद नहीं बल्कि प्रकोप मिलेगा।
जनता के पैसे से पर्यटन पर सरकारः कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने शिंदे के असम दौरे की आलोचना करते हुए कहा कि जनका के पैसों पर ये लोग ऐश-आराम करने गुवाहाटी गए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा ग्रस्त किसानों की आंखों में आंसू हैं और मुख्यमंत्री अपने सहयोगियों के साथ पर्यटन कर रहे हैं। शिंदे सरकार बचाने के लिए देव दर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास दर्शन पूजन के लिए समय है पर जनता की समस्यओं की तरफ देखने की फुर्सत नहीं है।
Created On :   26 Nov 2022 5:51 PM IST