भोपाल : एक कॉल ने बचाया चार बच्चों का भविष्य, आप भी कई बच्चों की जिंदगी बचा सकते हैं

Child line team liberated 4 child laborers from Bhopal
भोपाल : एक कॉल ने बचाया चार बच्चों का भविष्य, आप भी कई बच्चों की जिंदगी बचा सकते हैं
भोपाल : एक कॉल ने बचाया चार बच्चों का भविष्य, आप भी कई बच्चों की जिंदगी बचा सकते हैं

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में चाइल्ड लाइन की टीम ने बागउम्रावदुलाह से 4 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। चारों बाल श्रमिक बिहार के रहने वाले हैं, जो कि पहले इतवारा इस्लाम नगर और कुछ दिनों से बागउम्रावदुलाह में चूड़ियों में नग लगाने का काम करते थे। चारों बच्चों से यहां 15-15 घंटे काम लिया जाता था।

 

सोमवार रात 9 बजे चाइल्ड लाइन को बाल श्रमिकों के बारे में सूचना मिली। 1098 पर कॉल कर एक कॉलर ने सूचना दी कि बागउम्रावदुल्लाह में एक घर पर 10-12 साल के तीन-चार बच्चों को बाहर से लाया गया है। कॉलर ने बताया कि बच्चों से रात-दिन चूड़ियों में नग लगाए जाने का काम कराया जाता है। 

 

सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन टीम ने तुरंत उस क्षेत्र में जाकर तहकिकात की जहां से जानकारी प्राप्त हुई। टीम ने कॉलर द्वारा बताए गए शमशाद बेगम के घर में 3-4 बच्चों को काम करते हुए पाया। इसके बाद चाइल्ड लाईन भोपाल ने इसकी जानकारी श्रम विभाग को दी। श्रम विभाग ने आज मंगलवार एक टीम का गठन किया जिसमें विशेष किशोर पुलिस इकाई, चाइल्ड लाइन और थाना ऐशबाग के पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने घर में जाकर देखा जहां बच्चे काम करते पाए गए, उसी समय श्रम विभाग द्वारा इस संबंध में कार्यावाही कर बच्चों को मुक्त कराया गया। 

 

बच्चों से पूछताछ में पता चला कि वे बिहार के रहने वाले है जो कि पहले इतवारा इस्लाम नगर में काम करते थे और अभी दो दिनों से बागउम्रावदुलाह में काम कर रहे थे। बच्चों ने बताया कि उनके गांव के ही अनवर और अकबर उन्हें यहां लेकर आए हैं। बच्चों ने बताया, "हमारे माता-पिता की अनुमति से हमें यहां लाया गया है। हमें यहां 15 घंटे काम करने के लिए 3000 रुपए महीना मिलता है। काम का पैसा अनवर और अकबर हमारे माता-पिता को देते हैं।"

 

बच्चों के संबंध में कार्यवाही हेतु थाना ऐशबाग को आवेदन किया गया है। थाने द्वारा किशोर न्याय अधिनियम-2015 की धारा-79 और मानव तस्करी की धारा-370 बी के तहत कार्यावाही की प्रक्रिया जारी है। चारों बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेश पर लोक उत्थान में आश्रय हेतु भेजा गया है। बच्चों को काम करने के लिए बिहार से भोपाल लाने वाले अनवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

 

एक कॉल की मदद से आज 4 बाल श्रमिक मुक्त हुए हैं। आमतौर हम लोग भी हमारे आसपास बाल श्रमिकों को देखते आए हैं और आंखे बंद कर आगे निकल जाते हैं। अगर इसी तरह की पहल हम भी करें और 1098 पर कॉल कर ऐसी जगहों की जानकारी चाइल्ड लाइन को दें तो हम कई बच्चों की जिंदगी बचा सकते हैं।

Created On :   7 Nov 2017 5:31 PM GMT

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