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कार में माचिस से खेलते वक्त बच्चा झुलसा,मौत

डिजिटल डेस्क,भोपाल। एमपी की राजधानी भोपाल में एक कार में खेल रहे बच्चे की मौत हो गई। घटना गांधी नगर इलाके की है, जहां एक पांच साल का बच्चा बंद कार के अंदर मचिस से खेल रहा था। तभी अचानक सीटों में आग लग गई और बच्चा बुरी तरह झुलस गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गांधी नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले में जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक सचिन इंगरे फरहान नामक व्यक्ति के निर्माणाधीन मकान पर चौकीदारी करता है। इसी घर में वहीं पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता है। बड़ा बेटा पांच वर्षीय सिद्वार्थ शनिवार की सुबह मकान मालिक फरहान की कार के अंदर खेल रहा था। उसी दौरान कार की सीटों में आग लग गई। सचिन और उसकी पत्नी ने पानी डालकर आग बुझाई। आनन-फानन में पति-पत्नी बच्चे को झुलसी हालत में हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां दोपहर बाद बच्चे की मौत हो गई। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही हैं।
इस दिलदेहलाने वाले हादसे से हर कोई सहम गया हैं। बच्चे का मौत के बाद से पेरेंट्स के मन कई सवाल उमड़ रहे हैं कि कैसे और कहां बच्चों का ध्यान रखें, लेकिन ये सच है कि आप हर वक्त बच्चों के साथ नहीं रह सकते और हादसा कहीं भी किसी के साथ भी हो सकता है। कुछ तरीकों से हम बच्चो के साथ कार में होने वाले हदसों से बच सकते हैं।
क्या रखें सावधानी?
-सबसे पहली बात तो कार में बच्चे को अकेला छोड़े और खलने के लिए तो बिल्कूल भी नहीं
-आगर आप कार से कहीं जा रहें हैं तो बच्चे, को फ्रंट सीट पर बिल्कुल ना बैठाएं। बच्चे को पीछे हमेशा पीछे की सीट पर ही बैठाएं।
-कार की खिड़कियां खोलने से पहले एक बार देख लें कि कहीं आपके बच्चे की आंखों में चुभने वाली धूप या हवा तो नहीं आ रही।
-बच्चों को कार में बैठने से पहले उन्हें समझाएं कि कौनसी चीजें है जो कार अंदर ले जासकत हैं और क्या नहीं
-बच्चों को ऐसे टॉयज बिल्कुल भी कार में ना ले जाने दें, जो कार को नुक्सान पहुंचा सकते हैं।
-बच्चों को कभी भी चलती कार का शीशा ना उतारने दें।
-कार की चाभी तो कतई ना पकड़ाएं।
कुछ अन्य टिप्स
-अगर आप प्लेन से सफर कर रही हैं तो हवा का अचानक प्रेशर बदल जाने की वजह से प्लेन के टेक ऑफ या लैंडिग के समय बच्चे के कान में दर्द उठ सकता है। ऐसे में उस समय बच्चे को अगर चूसने के लिए टीथर या दूध का बोतल दिया जाए तो उससे मुंह के अंदर जो गति पैदा होगी, वो कान के पास बन रहे प्रेशर को काफी कम कर देगा और कान दर्द से छुटकारा दिलाएगा।
-जब भी आप ट्रेन से सफर करने का प्लान बनाएं तो कोशिश करें कि सफर दिन का हो। इससे आपका बच्चा ज्यादा सहज महसूस करेगा। बच्चे को बीच-बीच में टहलाती रहें।
Created On :   5 Nov 2017 2:54 PM IST