बंद फैक्टरी में बन रही थी करोड़ों की सिगरेट, सेंट्रल एक्साईज की टीम ने दी दबिश, सील हुई अवैध फैक्टरी

Cigarette was built in close factory, central excise team seized
बंद फैक्टरी में बन रही थी करोड़ों की सिगरेट, सेंट्रल एक्साईज की टीम ने दी दबिश, सील हुई अवैध फैक्टरी
बंद फैक्टरी में बन रही थी करोड़ों की सिगरेट, सेंट्रल एक्साईज की टीम ने दी दबिश, सील हुई अवैध फैक्टरी

डिजिटल डेस्क, पांढुर्ना/ छिंदवाड़ा। नागपुर-भोपाल नेशनल हाईवे पर सिवनी के समीप बंद पड़ी सिगरेट फैक्टरी में अवैध रूप से करोड़ों की सिगरेट के उत्पादन का मामला सामने आया है। बीती रात सेंट्रल एक्साईज, जीएसटी और स्थानीय पुलिस की टीमों ने संयुक्त रूप से दबिश देकर इस करोड़ों के अवैध व्यापार का भांडाफोड़ किया। रातभर जांच के बाद रविवार की अलसुबह ऐरोमा प्रोडक्शन प्राईवेट लिमिटेड नामक इस फैक्टरी को सील कर दिया गया।

जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात नेशनल एकेडमी कस्टम और एक्साईज के असिस्टेंट कमिश्नर विजेश कुमार टीजी, इंस्पेक्टर दिलीप सिंह, हर्ष कौशिक, रोहित जुनेजा, पीएस गोखे सहित केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर प्रभा छिंदवाड़ा की टीम पांढुर्ना पहुंची। देर रात 10.45 बजे यह टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से सिवनी स्थित सिगरेट फैक्टरी पहुंची। परंतु यहां फैक्टरी के गार्ड ने इन अधिकारियों को अंदर नही जाने दिया। आखिरकार अधिकारियों ने दीवार फांदकर फैक्टरी परिसर में प्रवेश किया।

बंद फैक्टरी में जमकर हो रहा था उत्पादन
फैक्टरी संचालकों द्वारा गत फरवरी महीने में ही फैक्टरी को बंद करने संबंधी विभागीय कार्रवाई की गई। परंतु इसके बाद भी यह फैक्टरी अवैध रूप से चल रही थी। बीती रात अधिकारियों को यहां मशीन ऑपरेटर नीरज पिता अवधेश सिंह, रामकृष्ण भंवरलाल, संदीप पिता रहमान धुर्वे और जगदीश मनाराम नामक कर्मचारी सिगरेट का उत्पादन करते मिले। कुछ कर्मचारी और लेबर फैक्टरी की दीवार कूदकर भाग गए। बताया जा रहा है कि फैक्टरी के मालिक स्नेहल पिता अजीत पटेल अहमदाबाद में रहते है। फैक्टरी डायरेक्टर जैनेन्द्र पिता नवीनचंद सोलंकी नागपुर में रहते है। दूसरी ओर इस फैक्टरी का 15 लाख रूपए बिजली बिल नियमित रूप से आ रहा है, जिसका भुगतान भी नियमित है। कार्रवाई के दौरान टीम के साथ स्थानीय पुलिस थाने के टीआई मुकेश खम्परिया, एसआई सुंदरलाल पवार, बड़चिचोली चौकी प्रभारी एस.प्रधान और अमले ने हिस्सा लिया।

बन रही थी करोड़ों की सिगरेट
एक्साईज टीम के साथ पहुंची पुलिस टीम के अधिकारियों ने बताया कि फैक्टरी में देर रात को सिगरेट का उत्पादन चल रहा था। लगभग 250 सिगरेट के कार्टून माल स्टॉक में था। जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। गौरतलब है कि ऐरोमा प्रोडक्शन प्राईवेट लिमिटेड फैक्टरी जिस जमीन पर बनी है वह जमीन राजस्व विभाग में पार्शवा टोबेको कंपनी लिमिटेड नागपुर की ओर से संचालक जयेन्द्र पिता नवीनचंद्र सोलंकी गुजराती निवासी नागपुर के नाम से दर्ज है। मार्केट में वन एंड ओनली सिगरेट के पैकेटों का पता लगाया, तब पता चला कि यह सिगरेट मोना इंटप्राईजेस इंडिया लिमिटेड अहमदाबाद के नाम से बिक रही है। पैकेट पर मैनुफैक्चर बाय ऐरोमा प्रोडक्शन प्रालि एमपी 480334 लिखा गया है। इसमें छिंदवाड़ा और पांढुर्ना का कोई उल्लेख नही है। सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में सिगरेट पर पाबंदी है। अनुमान है कि यहां से बड़ी मात्रा में सिगरेट महाराष्ट्र भेजी जा रही थी।

इनका कहना...
-इसकी शिकायत हमें मिल रही थी। पहले यह फैक्टरी अनुबंध पर चल रही थी। बीती रात हमारे अधिकारियों ने उत्पादित हो रहे माल को सील किया है। आगे जांच के उपरांत कार्रवाई होगी।
-विजेश कुमार टीजी, असिस्टेंट कमिश्नर, नेशनल एकेडमी कस्टम और एक्साईज

Created On :   29 July 2018 4:11 PM IST

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