अब अपराधियों की खैर नहीं, आ गया है पुलिस का स्मार्ट रक्षा एप 

Citizens will get immediate help, police launched raksha app
अब अपराधियों की खैर नहीं, आ गया है पुलिस का स्मार्ट रक्षा एप 
अब अपराधियों की खैर नहीं, आ गया है पुलिस का स्मार्ट रक्षा एप 
हाईलाइट
  • एप से अापराधिक घटना के फुटेज भी अपने आप कवर होंगे
  • जो संबंधित विभाग के पास पहुंचेंगे और इससे अापराधिक तत्व को सजा दिलाने के लिए सबूत के तौर पर काम आएंगे।
  • पीड़ित को तत्काल मदद मिलेगी।
  • रक्षा एप के जरिए सभी अापरधिक घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में चालीस हजार से भी ज्यादा अापराधिक तत्वों पर पुलिस ने नियंत्रण पा लिया है। अब रक्षा एप के जरिए सभी अापरधिक घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। पीड़ित को तत्काल मदद मिलेगी। एप से अापराधिक घटना के फुटेज भी अपने आप कवर होंगे, जो संबंधित विभाग के पास पहुंचेंगे और इससे अापराधिक तत्व को सजा दिलाने के लिए सबूत के तौर पर काम आएंगे। शनिवार को नियंत्रण कक्ष में हुए रक्षा एप के उद्घाटन अवसर पर यह बात पुलिस आयुक्त डॉ.के.व्यंकटेशम ने कही।

एप के लिए कर्मचारियों को साधन सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है। इसे स्मार्ट शहर की स्मार्ट पुलिस के लिए कारीगर भी माना रहा है। शनिवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष परिसर में रक्षा एप का सिपाही दुर्गेश और अश्विनी के हाथों विधिवत उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर पुलिस आयुक्त डॉ.के.व्यंकटेशम, सह पुलिस आयुक्त शिवाजी बोडखे, नियंत्रण कक्ष के एसीपी संजीव कांबले और िवभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। रक्षा एप पर पुलिस, चिकित्सक, मनपा और फायर के अधिकारियों के नाम और फोन नंबर हैं।

एप एप्लीकेशन डाउन लोड कर आपात स्थिति में पीड़ित व्यक्ति बटन पर जैसे ही क्लिक करेगा, वैसे ही इसकी जानकारी रक्षा एप नियंत्रण कक्ष और संबंधित विभाग के व्यक्ति को भी इसकी सूचना मिलेगी। घटना की फुटेज भी अपने आप एप में कवर होंगे। सेवा उपलब्ध कराने वाले टीम को रास्ते और घटना स्थल की लोकेशन भी मिलती रहेगी। घटना के दौरान घटनास्थल के रहने वाला गश्ती दल, बीट मार्शल कुछ ही मिनट के भीतर मौके पर पहुंचेंगे। आपात स्थिति में अतिरिक्त बल की जरूरत होने पर बीट मार्शल भी एक क्लिक कर अतिरिक्त बल मौके पर बुला सकेगे।

इसके अलावा फरार आरोपी, कोर्ट पेशी की स्थिति, कोर्ट में जारी प्रकरण की ताजा स्थिति, ऐसी कई सुविधाएं रक्षा एप में हैं। प्रायोगिक तौर पर इसे शुरू किया गया है। इसके लिए एप से जुड़े कर्मचारियों को 120 स्मार्ट फोन, 30 टैब सिम कार्ड भी उपलब्ध कराए गए हैं। उद्घाटन अवसर पर पुलिस आयुक्त ने कहा है कि अब तक पुलिस चालीस हजार से भी ज्यादा अपराधिक तत्वों पर नियंत्रण पा चुकी है। अब एप से हर घटना पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। एप में जरूरत के अनुसार परिवर्तन भी िकया जाएगा। एप के लिए सह आयुक्त बोडखे ने अथक प्रयास किया है।

Created On :   27 May 2018 3:28 PM IST

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