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12वीं की परीक्षा : होम सेंटर पर नकल रोकना बोर्ड के लिए होगी चुनौती

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश में 23 अप्रैल से शुरू होने वाली 12वीं कक्षा की परीक्षा के स्थगन को लेकर चर्चा जोरों पर है। राज्य सरकार इस पर अंतिम फैसला लेगी, लेकिन फिलहाल राज्य शिक्षा मंडल ने अपनी तैयारियां जारी रखी है। इस बार विद्यार्थी होम सेंटर यानी अपने ही हाईस्कूल या जूनियर कॉलेज में परीक्षा देने जा रहे हैं।
नागपुर विभाग में 44 उड़नदस्ते तैयार
मुख्याध्यापकों को ही सेंटर इंचार्ज बनाया गया है। ऐसी स्थिति में बोर्ड को नकल होने का अंदेशा है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार बोर्ड ने उड़नदस्तों के अलावा विस्तार अधिकारियों और केंद्र प्रमुखों को नकल रोकने की जिम्मेदारी सौंपी है। इन अधिकारियों काे यह सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षा केंद्रों पर पारदर्शी तरीके से परीक्षा होगी। उन्हें प्रतिदिन कम से कम 10 परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने के आदेश दिए गए हैं। इस वर्ष बोर्ड ने विभाग के लिए 44 उड़नदस्ते तैयार किए हैं। इसमें जिलावार 7 उड़नदस्ते और 6 विशेष दस्तों का समावेश है।
परीक्षार्थियों की संख्या घटी
उल्लेखनीय है कि 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 23 अप्रैल और 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 29 अप्रैल से शुरू हो रही है। इस वर्ष नागपुर विभाग में परीक्षार्थियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली है। 12वीं कक्षा के लिए 1 लाख 46 हजार 991 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया है, जबकि 10वीं बोर्ड के लिए 1 लाख 55 हजार 510 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया है।
रिक्त पद बन रहे समस्या
उल्लेखनीय है कि नागपुर में केंद्र प्रमुखों और विस्तार अधिकारियों के पद बड़ी संख्या में रिक्त है। केंद्र प्रमुखों के 136 में से 104 पद रिक्त है। विस्तार अधिकारियों के 54 पदों में से 38 पद रिक्त है। बोर्ड परीक्षा केंद्रों के लिए अब अधिक से अधिक मनुष्यबल की जरूरत है, लेकिन यहां रिक्त पद होने से बोर्ड की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं।
Created On :   12 April 2021 3:21 PM IST