स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत अधिकारियों को मिली एक-एक गांव की जिम्मेदारी

Cleanliness : Responsibility of one village given to each officials
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत अधिकारियों को मिली एक-एक गांव की जिम्मेदारी
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत अधिकारियों को मिली एक-एक गांव की जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भर के जिलों के जिलाधिकारी और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के अधीन काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत जिले के एक-एक गांवों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी लेनी होगी। प्रदेश सरकार के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग की तरफ से सभी जिलों के लिए आदेश जारी किया गया है। इसके अनुसार राज्य में 2 अक्टूबर तक चलने वाले ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत कम से कम दो बार अधिकारियों और कर्मचारियों को गांव में जाना पड़ेगा।

इस दौरान 3 घंटे तक स्वच्छता से जुड़े कामों में हिस्सा लेना होगा। स्वच्छता ही सेवा अभियान में गांव स्तर पर घर-घर साफ-सफाई से जुड़ी जानकारी पहुंचाने के लिए 50 परिवार पर 1 संवादक टीम बनाने को कहा गया है। संवादक टीम में कम से कम 3 सदस्यों को शामिल किया जाएगा। राज्य सरकार ने स्वच्छता ही सेवा अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा समाज के विभिन्न तबके के लोगों से हिस्सा लेने की अपील की है। 

मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के जलापूर्ति व स्वच्छता मंत्री बबनराव लोणीकर स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत नागपुर, अमरावती, नाशिक और ठाणे में आयोजित होने वाले स्वच्छता कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। सरकार के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के पास हर जिले को स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रिपोर्ट तस्वीरों के साथ 2 अक्टूबर तक भेजनी होगी। 

Created On :   17 Sept 2018 9:13 PM IST

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