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सूफी संत परंपरा से दुनिया में मानवता व मोहब्बत का पैगाम पहुंचा -सीएम फडणवीस

डिजिटल डेस्क,नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सूफी संत परंपरा से दुनिया में मानवता व मोहब्बत का पैगाम पहुंचा आैर सभी धर्मों व विचारों के लोग एक जगह आए। उन्होंने मुनजमा फलाइया संस्था की आेर से एक निजी होटल में आयोजित "सुफीज्म, मानवता व मुस्लिम समुदाय का राष्ट्र निर्माण में योगदान" पर हुई एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद के उद्घाटन पर कहा कि सुफी संत परंपरा ने दुनिया में मानवता व मुहब्बत का पैगाम दिया। दुनिया को मार्ग दिखाने का काम किया। लोगों के जीवन में परिवर्तन आया। यह प्रेरणा सभी ने लेनी चाहिए। सूफी संत परंपरा से दुनिया में विविध धर्मों व विचारों के लोग एक जगह आए। शांति की बुनियाद इस परंपरा ने रखी आैर इस विचार को आगे लेकर जाने की जरूरत है। सरकार अल्पसंख्यक समाज के विद्यार्थियों को शिक्षा व योजनाआें का लाभ देने के लिए कटिबद्ध है। समाज के जरूरतमंद व वंचितों का विकास होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के विद्यार्थियों के लिए 4 साल में 17 छात्रावास बनाए गए हैं। 100 करोड़ की स्कालरशिप उपलब्ध कराई गई है। अल्पसंख्यक समाज के स्टूडेंट्स के कालेज की फीस भी सरकार भर रही है। शिक्षा के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कौशल विकास योजनाआें का लाभ भी दिया जा रहा है प्रास्ताविक अहमद शरीफ खान ने किया। यह सामाजिक संस्था समाज के जरूरतमंद वर्गों की मूलभूत समस्या को उठाकर उसे हल करने में मदद करती है। इस अवसर पर मंच पर प्रमुखता से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहिर, सैयद फजलुल्लाह चिश्ती, सैयदअजीमुद्दीन रिजवी, मौलाना इमरान बरकाती, शारीक शेख, अफजल मिट्ठा मौजूद थे। कार्यक्रम में संस्था के पदाधिकारी व देश भर से आए अल्पसंख्यक समाज के विचारक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
शिक्षा के दम पर ही सशक्त समाज निर्मिती संभव : गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि शिक्षा के दम पर ही सशक्त समाज की निर्मिती संभव है। भावी पीढी के लिए विचार यह तकनीकी व वैज्ञानिक दृष्टि पर आधारित होना चाहिए। गरीबी व बेरोजगारी पर मात करने के लिए सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन के साथ ही शिक्षा बेहद जरूरी है। चिंतन का विषय समाज के आखरी व्यक्ति तक ज्ञान का प्रकाश पहुंचे, यह होना चाहिए।
Created On :   27 Oct 2018 6:46 PM IST