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सीएम फडणवीस ने कहा - शिवसेना से गठबंधन को लेकर अभी भी आस बाकी
- पार्टी को लगता है कि बिना शिवसेना के साथ आए आगामी चुनाव में भाजपा की डगर मुश्किल हो सकती है।
- प्रदेश में सत्ताधारी भाजपा और शिवसेना के तमाम मतभेदों के बावजूद अभी भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गठबंधन के लिए आशावादी हैं।
- मुंबई भाजपा के दादर स्थित वंसत स्मृति कार्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्षों की बैठक हुई।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में सत्ताधारी भाजपा और शिवसेना के तमाम मतभेदों के बावजूद अभी भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गठबंधन के लिए आशावादी हैं। पार्टी को लगता है कि बिना शिवसेना के साथ आए आगामी चुनाव में भाजपा की डगर मुश्किल हो सकती है। हालांकि पार्टी नेताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि अकेले लड़ने की तैयारी में जुट जाएं। सोमवार को मुंबई भाजपा के दादर स्थित वंसत स्मृति कार्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्षों की बैठक हुई।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि शिववसेना के साथ आगामी चुनाव के लिए गठबंधन होगा। फिर भी यदि दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पाती है तो हमें अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों को आगामी चुनाव के लिए बूथ स्तर पर जाकर जोरों से तैयार करने को कहा। उन्होंने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अगले महीने मुंबई आने वाले हैं। इस लिहाज से सभी नेताओं को तैयारी करनी चाहिए। बैठक के दौरान इस बात पर चर्चा हुई है कि शिवसेना के साथ गठबंधन कि स्थिति में पार्टी की क्या भूमिका रहेगी और यदि दोनों दलों के बीच युति के लिए बात नहीं बनती है तो भाजपा की क्या रणनीति रहेगी।
भाजपा अकेले लड़ने में सक्षम: दानवे
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने कहा कि पालघर लोकसभा उपचुनाव में पार्टी को मिली जीत से यह साबित होता कि भाजपा अलग चुनाव लड़कर भी जीत सकती है। दानवे ने कहा कि पार्टी समान विचारधारा वाले दलों को साथ जाने की कोशिश करेगी। लेकिन गठबंधन के लिए सामने वाले दल से उचित प्रतिसाद मिलना चाहिए।
दानवे ने कहा कि यदि शिवसेना से भाजपा का गठबंधन नहीं होता है तो पार्टी अपने दम पर लड़ने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। दानवे ने बताया कि गोंदिया-भंडारा लोकसभा उपचुनाव में पार्टी को मिली हार के कारणों की समीक्षा की गई। सूत्रों के मुताबिक देर रात भाजपा की कोर कमेटी की होने वाली बैठक में राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा हो सकती है। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री पांडुरंग फुंडकर के निधन से कृषि मंत्री का पद रिक्त हो गया है।
Created On :   4 Jun 2018 3:54 PM GMT