गोंड समाज के बच्चों को पहली से पीजी तक मिलेगी नि:शुल्क शिक्षा : सीएम शिवराज

CM shivraj singh say we will give free eduction for Gond comminity child
गोंड समाज के बच्चों को पहली से पीजी तक मिलेगी नि:शुल्क शिक्षा : सीएम शिवराज
गोंड समाज के बच्चों को पहली से पीजी तक मिलेगी नि:शुल्क शिक्षा : सीएम शिवराज

अमरवाड़ा/छिंदवाड़ा। हर्रई में भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गोंड समाज के बच्चों को पहली से पीजी तक की शिक्षा पूरी तरह नि:शुल्क दी जाएगी। वन अधिकार पट्टे का दावा सच्चा साबित होगा। सभी आदिवासियों को अधिकार दिया जाएगा। उन्होंने गोंडवाना महासभा की मांग पर गोंडी भाषा को आठवी अनुसूचि में शामिल कराने के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। करीब चार बजे अधिवेशन में पहुंचे मुख्यमंत्री ने करीब डेढ़ घंटा मौजूद रहे। उन्होंने खुद को गोंडवाना का बेटा कहकर गोंड समुदाय को प्रभावित करने का प्रयास किया।

 

 

रानी कमलवति की प्रतिमा स्थापित करेंगे
सीएम शिवराज ने रानी कमलावति का जिक्र करते हुए कहा कि भोपाल में रानी ने कहा था कि वह भोपाल के छोटा तालाब में जल समाधि ले लेंगी, लेकिन उन्हें कोई हाथ नहीं लगाएगा। रानी कमलावति ने ऐसा ही किया। भोपाल में उनका महल है। शिवराज ने घोषणा की कि सरकार उनका बड़ा स्मारक बनाएगी। उनकी प्रतिमा भोपाल में स्थापित की जाएगी। महल का जीर्णाेद्धार भी होगा। गोंड सांस्कृतिक भवन का निर्माण किया जाएगा। आप विचार कर बताएं जबलपुर या भोपाल में निर्माण करना है।

 

 

गोंडी नृत्य पर खूब थिरके मुख्यमंत्री
गोंड आदिवासियों के परंपरागत नृत्य पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खूब थिरके। गुन्नुरशाही ढोल पर खुद मुख्यमंत्री ने मंजीरे थामे और करीब  15 मिनट तक नृत्य किया। उनके साथ सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन, राज्य सभा सांसद संपतिया उइके, एसटी कमीशन की उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके, गोंडवाना नेता मनमोहन शाह बट्टी समेत गोंडवाना महासभा के नेताओं ने नृत्य किया।

गौरतलब है कि हर्रई के गोंडवाना इन्फोटेक परिसर में आयोजित भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के 13 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन भी देश की विभिन्न क्षेत्रों से कई हस्तियों ने हिस्सा लिया। परिसर में आदिवासी संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई। ढोल-नगाड़ों एवं गुन्नौरशाही के बीच हजारों की संख्या में आदिवासियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर्रई नगर की गलियों में जय सेवा जय गोंडवाना के नारे गूंजते रहे।

Created On :   12 Feb 2018 11:51 PM IST

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