सहकारी धान खरीदी संस्था ने सरकार को लगाया डेढ़ करोड़ का चूना 

Co-operative paddy procurement institution slapped one and a half crore rupees to the government
सहकारी धान खरीदी संस्था ने सरकार को लगाया डेढ़ करोड़ का चूना 
8 हजार क्विंटल धान की हेराफेरी सहकारी धान खरीदी संस्था ने सरकार को लगाया डेढ़ करोड़ का चूना 

डिजिटल डेस्क, गोंदिया । जिला मार्केटिंग अधिकारी मनोज बाजपेयी की शिकायत पर सालेकसा तहसील की समृद्ध किसान संस्था खेती उद्योग साधन सामग्री आपूर्ति एवं खरीदी-बिक्री सेवा सहकारी संस्था मर्या. सालेकसा (रजि. नं. 1070) के संचालकों एवं ग्रेडर के खिलाफ सालेकसा थाने में शासन के साथ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई 13 अक्टूबर की रात की गई। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मार्केटिंग अधिकारी कार्यालय के माध्यम से जिले की सहकारी संस्थाओं को प्रतिवर्ष शासकीय धान खरीदी का काम दिया जाता है। इसी के अंतर्गत करारनामा कर उपरोक्त संस्था को वर्ष 2021-22 में धान खरीदी की अनुमति दी गई थी। जिसके तहत संस्था को शासन द्वारा समय-समय पर जारी किए गए नियम एवं शर्तों के अधीन रहकर धान खरीदी करनी पड़ती है। धान खरीदी के बाद उसका भंडारण कर रखने एवं डीएमओ आॅफिस द्वारा डीओ (डिलीवरी ऑर्डर) जारी करने पर वह धान डीओ लेकर आने वाले राइस मिलर्स को मिलिंग के लिए देना पड़ता है। 

यह कार्य करना खरीदी वाली संस्था के लिए अनिवार्य है। इस वर्ष समृद्ध किसान संस्था सालेकसा ने जब डीओ लेकर गए राइस मिलर्स को मिलिंग के लिए धान उपलब्ध नहीं कराया तो उक्त राइस मिलर्स ने जिला मार्केटिंग अधिकारी गोंदिया के पास इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद डीएमओ ऑफिस द्वारा संस्था को राइस मिलर्स को धान देने के लिए बार-बार नोटिस दिए गए। लेकिन संस्था ने न तो राइस मिलर्स को धान दिया और न ही नोटिस का जवाब दिया। जिसके बाद 13 अक्टूबर को डीएमओ मनोज बाजपेयी अपने सहयोगी अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ ही पंचों तथा समृद्ध किसान संस्था के प्रबंधक एवं कर्मचारियों के साथ शाम 4 बजे के दौरान संस्था के द्वारा किराए पर लिए गए साकरीटोला में ऊर्मिला दोनोड़े के एवं ग्राम रोंढा में अनिल अग्रवाल के मालकीयत के गोदाम में संस्था द्वारा खरीदे गए धान के स्टॉक की जांच करने के लिए पहुंचे। निरीक्षण करने पर वहां रिकार्ड के अनुसार संस्था द्वारा खरीदा गया 8 हजार क्विंटल धान नजर नहीं आया।  जिसकी कीमत 1 करोड़ 55 लाख 20 हजार रुपए होती है। डीएमओ द्वारा पंचनामा करने पर दिखाई पड़ा कि संस्था द्वारा संस्था के अध्यक्ष एवं अन्य संचालक मंडल तथा प्रबंधक ग्रेडर ने आपसी साठगांठ कर मार्केटिंग फेडरेशन के धान की हेराफेरी कर शासन के साथ धोखाधड़ी की है। जिसके बाद डीएमओ बाजपेयी ने सालेकसा पुलिस थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। 
 

Created On :   15 Oct 2022 6:56 PM IST

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