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कोच आचरेकर की पारखी नजर ने देश को दिए हीरे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कहते हैं, "हीरे की परख' जौहरी को होती है। रमाकांत आचरेकर भी किसी जौहरी से कम नहीं थे। उनकी पारखी नजर के कारण सचिन तेंडुलकर, चंद्रकांत पंडित, विनोद कांबली, प्रवीण आमरे जैसे प्रतिभावान क्रिकेटरों को दुनिया ने देखा। उनके निधन से निश्चित ही एक युग का अंत हो गया, लेकिन इन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के अलावा उनसे प्रशिक्षण पाने वाले हजारों क्रिकेटरों और करोड़ों देशवासी उन्हें "गुरु' की तरह याद रखेंगे।
कार्यक्रम में पहुंचे थे नागपुर
नागपुर से रमाकांत आचरेकर का जुड़ाव बहुत गहरा नहीं रहा। पिछले दिनों एक कार्यक्रम के सिलसिले में उनका नागपुर आना हुआ था। सिविल लाइन्स स्थित वसंतराव देशपांडे सभागृह में आयाेजित समारोह "सम्मान गुरु-शिष्य का' में श्री आचरेकर उपस्थित हुए थे। समारोह में सचिन तेंडुलकर, विनोद कांबली और प्रवीण आमरे भी मौजूद थे।
सही आकलन
आज के समय में वीडियो विश्लेषण से प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन उनकी नजर ही काफी थी, किसी प्रतिभा को पहचाने के लिए। चंद्रकांत पंडित ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान ‘सर’ बहुत सख्त रहते थे, लेकिन अपने शिष्यों को 8 से 15 दिन में एक बार खाने पर जरूर बुलाते थे। हालांकि हम लोग हंसी-मजाक और गपशप करते थे, लेकिन ‘सर’ केवल क्रिकेट के बारे में ही सोचते रहते थे। उनके निधन से जो क्षति हुई है, उसे भर पाना संभव नहीं है।
आधी रात घर आकर पिताजी से बोले,बच्चे को खेलने दो : चंद्रकांत पंडित
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के रणजी कोच और आचरेकर के शिष्य चंद्रकांत पंडित ने उनके निधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे आज भी वह रात याद है, जब 12:30 बजे ‘सर’ हमारे घर पर आए थे और मेरे पिता से बोले-बच्चे को क्रिकेट खेलने दो। मैं क्रिकेट में उसका भविष्य उज्ज्वल देख रहा हूं। उन्होंने मेरे पिताजी को हर महीने 1 हजार रुपए देने की बात कही और मेरा क्रिकेट खेलना जारी रखने का आग्रह किया। चंद्रकांत पंडित ने कहा कि मेरे जैसे कई युवा और प्रतिभावान खिलाड़ियों की ‘सर’ ने मदद की। मुझे अपनी स्कूटर पर ले जाते थे। प्रशिक्षण के दौरान रमाकांत आचरेकर हमेशा एकाग्र रहते थे। एक बार मैं किसी मैच में 3 सौ रन बनाने के बाद आउट हो गया, लेकिन ‘सर’ ने मुझे थप्पड़ रसीद कर दी और कहा- तुम्हें और लंबा खेलना चाहिए था। नेट्स पर पसीना बहाने को लेकर "सर' सबसे ज्यादा ध्यान केन्द्रित करते थे। उनका कहना था कि नेट्स पर ज्यादा पसीना बहाने से कैरियर भी ज्यादा लंबा होगा।
Created On :   3 Jan 2019 10:50 AM IST