शपथ ग्रहण के लिए बने आचार संहिताः कोश्यारी

Code of conduct made for swearing: Koshari
शपथ ग्रहण के लिए बने आचार संहिताः कोश्यारी
शपथ ग्रहण के लिए बने आचार संहिताः कोश्यारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राजसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान हुए विवाद के बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला को पत्र लिखकर संसद व विधानमंडल सदस्यों के शपथ ग्रहण के लिए आचारसंहिता तैयार किए जाने की मांग की है। 

राज्यपाल ने कहा कि नवनिर्वाचित संसद सदस्य व विधानमंडलों के सदस्य शपथ ग्रहण के दौरान निर्धारित प्रपत्र के अनुसार शपथ न लेकर अपने पार्टी नेताओं और आराध्य व्यक्तियों का नाम जोड़ कर शपथ लेने लगते हैं। कोश्यारी ने कहा कि शपथ की मर्यादा व गंभीरता बचाए रखने के लिए इसको लेकर एक आचारसंहिता बनाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण के दौरान अपने वरिष्ठ नेता या आराध्य व्यक्ति का नाम जोड़ने से शपथ ग्रहण प्रक्रिया की गंभीरता प्रभावित होती है। राज्यपाल ने अपने पत्र में राज्य की ठाकरे मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में हुई घटना का उल्लेख करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में मंत्रीपद की शपथ लेते वक्त मैने कुछ सदस्यों को यह कहते हुए फिर से शपथ लेने के लिए कहा था ‘जो लिखा है उसके अलावा कोई नाम न जोड़े।’ राज्यपाल ने कहा कि आचार संहिता के संदर्भ में विचार किया जाना चाहिए। 

मंत्री पाडवी पर नाराज हुए थे राज्यपाल
गौरतलब है कि 30 दिसंबर 2019 को उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री पद की शपथ लेते केसी पाडवी ने शपथ की तय लाइनें पढ़ने के बाद अपनी तरफ से कुछ शब्द जोड़ दिए थे। इसमें उन्होंने कहा था कि प्रकृति, इंसानियत और मुझे जिताने वाले मतदाताओं का वंदन करता हूं।" जब पाडवी यह लाइन पढ़ रहे हैं, तभी राज्यपाल ने उन्हें रोकना चाहा। हालांकि, पाडवी पढ़ते चले गए। इस पर राज्यपाल ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। राज्यपाल ने पडावी को फिर बुलाया और दोबारा शपथ दिलवाई। 

Created On :   25 July 2020 6:07 PM IST

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