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कलेक्टर्स की जन्मपत्री साथ लाए थे पीएम -प्रत्येक से 10 मिनट तक वन-टू-वन चर्चा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । प्रदेश के आठ पिछड़े जिलों के कलेक्टर्स के साथ चर्चा करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक-एक की जन्मपत्री साथ लेकर आए। मंगलवार को मण्डला से लौटने के बाद डुमना एयरपोर्ट पर पीएम ने दोपहर 2.25 से ठीक एक घंटा बीस मिनट कलेक्टर्स की बैठक ली और एक-एक से वन-टू-वन चर्चा की। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्य सचिव बीपी सिंह और टेक्निकल सपोर्ट के लिए कर्मचारी मौजूद रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ने बैठक की शुरूआत राजगढ़ जिले के कलेक्टर करमवीर शर्मा से प्रश्न करते हुए की। उन्होंने पूछा कि राजगढ़ जिला तो कई मायनों में समृद्ध रहा है, वहां से कई दिग्गज राजनेता निकले हैं, इसके बावजूद भी जिला पिछड़ा क्यों है। पीएम ने यह भी पूछा कि पिछड़़ापन दूर करने के लिए क्या प्रयोजन किए जा रहे हैं, जिसपर कलेक्टर ने उन्हें बताया कि जिले को विकसित करने जनप्रतिनिधियों और विभिन्न संगठनों के सहयोग से काम किए जा रहे हैं। इसके लिए कई बिंदुओं के आधार पर कार्ययोजना तैयार की गई है।
6 से 8 महीने में दिखे असर
इसी प्रकार पीएम ने सिंगरौली के कलेक्टर अनुराग चौधरी से भी वहां की भौगोलिक परिस्थितियों के आधार पर प्रश्न किए। पीएम ने पूछा कि योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचाने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं, जिसपर कलेक्टर ने जिले में विभिन्न परियोजनाओं और डीएमएफ की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग, पेयजल आदि विभागों के साथ ही नगर निगम, जिला पंचायत सहित कई विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं। कलेक्टर की बात सुनने के बाद पीएम ने कहा कि कुछ ऐसा करिए कि छ: से आठ महीने में बदलाव नजर आए। बड़े काम तो होते रहेंगे, लेकिन स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी नजर आनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आप के पास तो संसाधनों की भी कमी नहीं है, इसलिये संकल्प के साथ समग्र विकास करिए।
आप तो कई मायनों में सक्षम, फिर विकास क्यों नहीं - पीएम ने गुना कलेक्टर राजेश जैन और विदिशा कलेक्टर अनिल सुचारी का प्रजेन्टेशन देखने के बाद कहा कि आपके जिले तो कई मायनों में सक्षम हैं, फिर भी जिस गति से विकास होना चाहिए, वैसा क्यों नहीं हो पा रहा है। पीएम ने यह भी कहा कि विदिशा और गुना का नेतृत्व राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने किया है, बावजूद इसके प्रशासनिक स्तर पर विकास कार्य करने में पिछड़ कैसे गए। दोनों ही कलेक्टर्स ने बताया कि केन्द्र से लेकर राज्य शासन की योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए वशेष प्रयास किए जा रहे हैं। अभियान के तौर पर कार्य किया जा रहा है।
किसानों को उचित मूल्य दिलाने विशेष प्रयास - छतरपुर कलेक्टर रमेश भण्डारी ने बताया कि यहां किसानों को हल्दी और मुनगा के उचित दाम दिलाने के लिए निजी कंपनियों से अनुबंध कराया जा रहा है। इसपर सवाल करते हुए पीएम मोदी ने पूछा कि अनुबंध के जरिए क्या किसानों को फायदा मिलेगा, जिसपर कलेक्टर ने बताया कि किसानों को प्रति एकड़ सवा लाख रुपए तक का लाभ हो सकेगा। श्री भण्डारी ने यह भी बताया कि उनका जिला कृषि पर आधारित है और सिंचाई के लिए मानसून और कुओं पर ही निर्भर है। सिर्फ 10 फीसदी सिंचाई ही नहरों से होती है। सूखे कुओं को पुनर्जीवित करने के लिए रीचार्ज पिट के कार्य करवाए जा रहे हैं।
Created On :   25 April 2018 2:22 PM IST