कलेक्टर की फटकार, पंचायत में लग रहे निजी स्कूलों की जांच शुरू

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कलेक्टर की फटकार, पंचायत में लग रहे निजी स्कूलों की जांच शुरू

डिजिटल डेस्क, कटनी। बहोरीबंद तहसील के सिहुंड़ी पंचायत भवन पर दो साल से कब्जा कर निजी स्कूल संचालित करने पर कलेक्टर ने फटकार लगाई है। कलेक्टर विशेष गढ़पाले की फटकार के बाद अफसर हरकत में आए हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर निजी स्कूल की मान्यता और एनओसी की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि यूएल पूर्व माध्यमिक शाला के संचालक अरूण नामदेव को वर्ष 2013-14 में मान्यता दी गई थी। बीआरसी से संबंधित स्कूल के संचालन के दस्तावेज तलब किए गए हैं। इस संबंध में बीआरसी से भी स्पष्टीकरण लिया जाएगा। स्कूल की मान्यता कब जारी हुई है और एनओसी किसने दी इसकी भी जांच की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग और बीआरसी की मिली भगत से निजी स्कूल संचालक ने पंचायत भवन की बिल्डिंग में कब्जा कर रखा था। बहोरीबंद एसडीएम विमलेश सिंह की रिपोर्ट में स्कूल संचालक का गोलमाल उजागर होने के बाद कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यप्रणाली पर कड़ी नाराजगी जताई है।

राजस्व टीम जब सरकारी बिल्डिंग में संचालित स्कूल में कार्रवाई के लिए पहुंची तो जनपद उपाध्यक्ष शंकर मेहतो ने इसका विरोध किया। जांच रिपोर्ट में उपाध्यक्ष कार्रवाई में व्यवधान उत्पन्न करने की जानकारी कलेक्टर के पास पहुंचने के बाद जनपद उपाध्यक्ष बचते हुए नजर आए। वहीं भाजपा नेता सुनील जयरत्नम ने कहा कि प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई में उनका कोई हस्ताक्षेप नहीं है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने किसी भी अधिकारी पर दबाव नहीं बनाया है।


एक कमरे में चल रहे हैं निजी स्कूल

नियमों को दरकिनार कर निजी स्कूल संचालक न सिर्फ एक कमरे में स्कूल संचालित कर रहे है, ब्लकि आवश्यक सुविधाएं भी नहीं है। अधिकांश निजी स्कूलों में प्ले ग्राउंड, लाइब्रेरी, खेल सामग्री, योग्य शिक्षक समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं गायब हैं। लोगों का कहना है कि बीआरसी की सांठगांठ से जिले में अधिकांश निजी स्कूलें बगैर सुविधा के संचालित हैं। हैरत की बात तो यह है कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा पर फोकस करने के बाद भी कटनी जिले में निजी संचालकों पर अफसर मेहरबान हैं।

Created On :   14 July 2017 4:19 AM GMT

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