कोरोनाकाल में किए सराहनीय काम, डॉ. मुद्गल को मिली नई पहचान

Commendable work done in the coronary, Dr. Mudgal gets new recognition
कोरोनाकाल में किए सराहनीय काम, डॉ. मुद्गल को मिली नई पहचान
कोरोनाकाल में किए सराहनीय काम, डॉ. मुद्गल को मिली नई पहचान

डिजिटल डेस्क, नागपुर।   राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय द्वारा कोरोनाकाल में चलाए गए विविध उपक्रमों को विविध वर्गों से सराहना मिल रही है। यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी कल्याण विभाग संचालक ले.डॉ.अभय मुद्गल को भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रकाशित सैनिक समाचार में उल्लेख मिला है।

कई उपक्रमों पर दिया बल
नेशनल कैडेड कॉर्प्स से जुड़े डॉ.मुद्गल और उनके कैडेट्स ने कोरोना पीक के दौरान 1 से 30 अप्रैल के बीच शहर की विविध राशन दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग कायम करने में जिला प्रशासन को सहकार्य किया था। इसके अलावा भी नागपुर विवि ने कोरोनाकाल में कई उपक्रम चलाए थे। 

आगाह करने के साथ ही अथक प्रयास
दरअसल, नागपुर विश्वविद्यालय उन चुनिंदा संस्थानों में से है, जिसने काफी पहले से कोरोना महामारी के बारे में अपने शिक्षक-विद्यार्थियों को आगाह किया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को काेरोना को महामारी घोषित किया था। यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी कल्याण विभाग संचालक डॉ.मुद्गल ने 13 फरवरी 2020 को ही नोटिफिकेशन जारी कर सभी विभागों और कॉलेजों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए थे। वहीं लॉकडाउन में फंसने वाले करीब 400 विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी ने राहत किट बांटी थी। इस समिति में सीनेट सदस्य विष्णु चांगदे, एड.मनमोहन बाजपेयी व डॉ.मुद्गल का समावेश था। इसके अलावा नागपुर में पढ़ने वाले पूर्वोत्तर व लेह लद्दाख जैसे दूरस्थ प्रदेशों के विद्यार्थियों को अपने घर वापस भेजने के लिए भी विद्यार्थी विकास विभाग ने अथक प्रयास किए थे। विभागीय आयुक्त कार्यालय के साथ मिल कर 15 मई को विशेष ट्रेन से 233 विद्यार्थियों को रवाना किया गया था। विश्वविद्यालय को मिल रही सराहना से अधिकारी-कर्मचारियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। 

Created On :   18 Nov 2020 10:21 AM GMT

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