बीएसएनएल एक्सचेंज में लगी आग की जांच के लिए बनी कमेटी

Committee set up to investigate the fire in BSNL Exchange
बीएसएनएल एक्सचेंज में लगी आग की जांच के लिए बनी कमेटी
बीएसएनएल एक्सचेंज में लगी आग की जांच के लिए बनी कमेटी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।   बीएसएनएल के सक्करदरा एक्सचेंज में लगी आग के लिए जांच कमेटी गठित की गई है। आग लगने के कारणों व उसमें रही त्रुटियों को भी देखा जाएगा। बीएसएनएल की इलेक्ट्रिक व टेक्निकल विंग इसकी जांच करेगी। जांच रिपोर्ट 7 दिन के अंदर बीएसएनएल के उपमहाप्रबंधक को देनी है। बीएसएनएल के सक्करदार एक्सचंेज के एलटी पैनल में लगी आग से बुधवार सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक हजारों कनेक्शन बंद रहे। इस एक्सचेंज के अंतर्गत करीब 8,500 लैंडलाइन व ब्राडबैंड कनेक्शन हैं। दमकल विभाग ने आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन बीएसएनएल की इलेक्ट्रिक सामग्री व एलटी पैनल का जबरदस्त नुकसान हुआ है। इसके अलावा सुबह से रात तक कनेक्टिविटी नहीं मिलने से उपभोक्ताआें को भी काफी परेशानी हुई। बहरहाल बीएसएनएल प्रशासन ने जांच कमेटी गठित की। फौरी तौर पर आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है, लेकिन जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी। जांच कमेटी आग लगने के मानवी व तकनीकी कारणों के अलावा खामियां भी देखी जाएंगी।  7 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट उपमहाप्रबंधक को दी जाएगी। जांच रिपोर्ट में जिसकी लापरवाही व गलती सामने आएगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी। बीएसएनएल के इलेक्ट्रिक विंग की तरफ से मेंटेनेंस व दुरुस्ती की जिम्मेदारी ठेकेदार को दी गई है।

अभी जांच चल रही  
सक्करदरा एक्सचेंज में लगी आग मामले की जांच चल रही है। 7 दिन में उपमहाप्रबंधक तक जांच रिपोर्ट पहुंच जाएगी। मानवी व तकनीकी गलतियों को देखा जाएगा। जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। खामियां होगीं तो उसे सुधारा जाएगा। जांच जारी होने से इस बारे में ज्यादा बोलना ठीक नहीं है।  - संदीप शेंडे, जनसंपर्क अधिकारी, बीएसएनएल, नागपुर

ऐसे समझें एलटी पैनल को 
महावितरण से विद्युत आपूर्ति बीएसएनएल को होती है। यहां से विद्युत आपूर्ति एलटी पैनल तक पहुंचती है। फिर विद्युत आपूर्ति बीएसएनएल के पूरे सिस्टम में होती है। जैसे पावर प्लांट, लाइट, पंखे, एलटी पैनल तक  बिजली पहुंचती है। पैनल में चिंगारी निकलकर आग लगने से लैंडलाइन व इंटरनेट सेवा बंद हुई थी। एलटी पैनल का नकुसान हुआ है। मेंटेनेंस व दुरुस्ती का काम ठेकेदार देखता है। 

Created On :   31 Oct 2020 4:06 PM IST

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