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वुमन भास्कर महोत्सव में दिखेगा संगीत, नृत्य और फिटनेस का संगम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दैनिक भास्कर की 20वीं वर्षगांठ के मौके पर महिला सशक्तिकरण का निमित्त साधने वुमन भास्कर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। दैनिक भास्कर एवं रायसोनी समूह के संयुक्त तत्वावधान में जीरो माइल चौक स्थित फ्रीडम पार्क में शनिवार 26 नवंबर से शुरू होने जा रहे इस महोत्सव में महिलाओं को तनावमुक्त व खुशहाल जीवन जीने की कला के गुर सीखने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इस महोत्सव में शहर की प्रख्यात जुम्बा, बोकवा, एरोबिक्स, योगा, फिटनेस आर्टिस्ट अपनी कला के माध्यम से ‘लव यू जिंदगी’ का आगाज करेगी। महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा, महिलाओं की प्रमुख उपस्थिति में होने जा रहे इस महोत्सव में आर्टिस्ट महिलाओं द्वारा अपनी टीम के साथ संगीत की लय पर जूंबा डांस व फिटनेस स्टेप्स सिखाए जाएंगे। तनावमुक्त जीवन जीने के लिए प्रोत्सहित करने, खुश रहने व स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निराकरण करने उद्देश्य से आयोजित इस महोत्सव के जरिए महिलाओं को विशेष मंच प्रदान करने का प्रयास है। वुमन भास्कर क्लब द्वारा इस आयोजन में सहभागी होने का आह्वान किया गया है। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें 0712-6642000, मो. क्र. 9527004456।
यहां इंतजार कर रही है खुशी
‘लव यू जिंदगी’में खुशी आपका इंतजार कर रही है। मैं भी अा रही हूं। आप भी पधारें। व्यायाम से शरीर को फिट रखने का प्रयास करें। कुछ ऐसा करें की धमाल हो। शनिवार की शाम शहर के लिए यादगार हो। शरीर उर्जा से लबरेज रहे, चेहरे पर मुस्कान खिले और हर कोई कह उठे, गजब पर्सनालिटी है। मैं सभी को बेहतरीन पर्सनालिटी के साथ और खुशमिजाज बनाना चाहती हूं। प्लीज वेलकम…..लव यू….जिंदगी। - दीप्ति करमरकर
तनाव… "लिव इट यार’
तनाव मुक्त रहने के लिए मन को नियंत्रित रखना जरूरी है। मैंने जान लिया कि जुम्बा, बाेकवा और योग के माध्यम से मन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसका प्रत्यक्ष अनुभव भी होगा। यही अनुभव कराने के लिए मैं अापकी सहभागी रहूंगी। डोंट मिस्ड दिस इवेंट। अनूठा है, बेहतरीन है और बेहद खास है यह पल। इन खास पलों का रोमांच और मजा लूटने का मैने भी मन बना लिया है। ‘तनाव’? लिव इट यार, जिंदगी काे भरपूर जीने के लिए यह जरूरी है। कम ऑन, मैं इंतजार करूंगी। - संगीता पुगलिया
कम्फर्ट जोन में मजा नहीं आ रहा
कम्फर्ट जोन में मजा नहीं आ रहा, जिंदगी उबाऊ हो गई है, या पढ़ाई करो, या घर के काम। यह सब कब तक? जमाना बदल गया तो अपने आप को भी बदलो। बाहर निकलो, मौसम खुशगवार है। इस गुलाबी ठंड में डांस की मस्ती मैं दूंगी। चेहरे की रंगत न बदले ताे कहना। फिटनेस के साथ-साथ खुशहाल रहने का समय भी आ गया है। अब नहीं तो कब? खुद के लिए समय निकालो, खुद के लिए जीना सीखो। मैंने भी यही सोचा है। डू इट नाऊ, मेरे साथ। - कविता मुदलियार
भीतर से मजूबत बनें
थक जाना, हांफना कमजोर शरीर की निशानी है। हमें भीतर से मजबूत बनना चाहिए। इसके लिए जुम्बा, बोकवा, योग जैसी कलाओं को अपनाना जरूरी है। मैंने इन्हें जीवन का हिस्सा बना लिया है। रोजाना एक्सरसाइज करती हूं। इससे चेहरे पर बढ़ती उम्र का प्रभाव नहीं पड़ता। छरहरे बदन और खूबसूरत चेहरे के लिए मैं दूंगी टिप्स। इसके लिए आपको आना होगा। नई लाइफस्टाइल को अपनाने के लिए ‘बी अ पार्ट ऑफ लव यू जिंदगी। - स्वाति डोंगरे
Created On :   24 Nov 2022 10:58 AM IST