महागठबंधन को मजबूत करने और छोटे दलों को जोड़ने कांग्रेस-NCP की बैठक

Congress and NCP meeting for lok sabha election 2019 and mahagathbandhan
महागठबंधन को मजबूत करने और छोटे दलों को जोड़ने कांग्रेस-NCP की बैठक
महागठबंधन को मजबूत करने और छोटे दलों को जोड़ने कांग्रेस-NCP की बैठक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर और MIM के प्रमुख व सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नए सियासी गठजोड़ का विपरीत असर विपक्षी एकता के प्रयास पर अभी से नजर आने लगा है। कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के विपक्ष के दलों को एकजुट  करके महागठबंधन बनाने की कोशिश में है, लेकिन भारिप बहुजन महासंघ और MIM के समीकरण ने नया पेंच फंसा दिया है।

यही कारण है कि अब रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई गुट) के नेता राजेंद्र गवई फिलहाल दुविधा में हैं। गवई यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वे कांग्रेस के महागठबंधन में शामिल हों या फिर भारिप बहुजन महासंघ और MIM के साथ जाएं। रविवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटील के आवास पर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।

बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण और राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील शामिल हुए। बैठक में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता गवई और लोकभारती के विधायक कपिल पाटील को बुलाया गया था। सूत्रों के अनुसार बैठक में छोटे दलों को महागठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव दिया गया। साथ ही विपक्षी एकता के बारे में चर्चा हुई।

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता गवई ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि मेरी भूमिका भाजपा और शिवसेना के विरोध की रही है, इसलिए सत्ताधारी दल के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता है। अब हमें कांग्रेस ने महागठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है। दूसरी ओर मेरे पास भारिप बहुजन महासंघ और MIM के गठबंधन में शामिल होने का विकल्प है। इस कारण फिलहाल में तय नहीं कर पा रहा हूं कि किसके साथ जाऊं। गवई ने कहा कि मैं आने वाले दिनों में सोच विचारकर इस पर फैसला करूंगा।

Created On :   16 Sept 2018 11:39 PM IST

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