मुंबई में कांग्रेस का उपवास तीन घंटे में हो गया खत्म

Congresss fast in Mumbai ends in three hours
मुंबई में कांग्रेस का उपवास तीन घंटे में हो गया खत्म
मुंबई में कांग्रेस का उपवास तीन घंटे में हो गया खत्म

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस नेताओं का उपवास तीन घंटे में ही खत्म हो गया। इस पर हुई आलोचना के बाद मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से एक सांकेतिक उपवास किया गया। किसने कहा था कि यह उपवास 15 घंटों के लिए था। निरूपम ने आरोप लगाया कि भाजपा और मीडिया कांग्रेस के उपवास में कमी निकाल रही है। लेकिन दलितों का मुद्दा बेहद गंभीर है। इस मसले पर कांग्रेस सड़कों पर है।

निरूपम ने कहा कि यह उपवास दिन भर के लिए नहीं बल्कि दो-तीन घंटे के लिए था। हम केंद्र सरकार को उपवास के माध्यम से एक संकेत देना चाहते थे कि केंद्र सरकार देश में दलितों की समस्याओं की ओर देखें। उन्होंने कहा कि दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा के पांच सांसदों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी टिप्पणी की है। दूसरी ओर आरपीआई के वरिष्ठ नेता अविनाश महातेकर ने कहा कि कांग्रेस ने दलित समाज के बीच भ्रम फैलाने के लिए उपवास किया है। उन्होंने सवाल किया कि दोपहर 12 बजे भर पेट खाना खाने के बाद कांग्रेस उपवास करके आखिर क्या हासिल करना चाहती है।

दिल्ली में कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी भी सोमवार को राजघाट पर एक दिन के "उपवास" पर बैठे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे। उपवास के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने बीजेपी की विचारधारा को दलित विरोधी और देश को बांटने वाली करार दिया। वहीं उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत का दावा किया। बता दें कि कांग्रेस का ये उपवास बजट सेशन ठप्प रहने और दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ने के खिलाफ रखा गया था। 

राहुल गांधी ने कहा, हम बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ यहां खड़े हैं और जिंदगीभर खड़े रहेंगे। हम उनको (बीजेपी) 2019 में (लोकसभा चुनावों में) हराकर दिखाएंगे। बीजेपी की विचारधारा आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को भी कुचलने की है। बीजेपी के दलित सांसदों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखे जाने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, बीजेपी के सांसद हमें बताते हैं कि मोदीजी दलित विरोधी हैं। वे दलितों का हित नहीं चाहते हैं।" उन्होंने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि प्रधानमंत्री मोदी दलित विरोधी हैं। अब यह छुपा हुआ नहीं है।" कांग्रेस अध्यक्ष के साथ राजघाट पर पहुंचे कुछ पार्टी नेताओं की छोले-भटूरे खाते सुबह तस्वीरें सामने आई थी। इन तस्वीरों पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ नहीं कहा।

Created On :   9 April 2018 11:55 PM IST

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