यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक भर्ती पर विवाद, आमरण अनशन पर अभ्यर्थी 

Controversy over professor recruitment in university, candidates on fast unto death
यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक भर्ती पर विवाद, आमरण अनशन पर अभ्यर्थी 
नागपुर यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक भर्ती पर विवाद, आमरण अनशन पर अभ्यर्थी 

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में कांट्रैक्ट शिक्षक भर्ती प्रक्रिया विवादों के घेरे में है। कई उम्मीदवारों ने इस नियुक्ति प्रक्रिया में अनियमितता की शिकायत की है। यह सारा विवाद गुरुवार को और ज्यादा गहरा गया, जब दो अभ्यर्थी विवि प्रशासन के खिलाफ अमरावती रोड स्थित कैंपस के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गए। 

पीजी विभागों में कांट्रैक्ट पर की जाती है नियुक्ति
दरअसल नागपुर विवि ने अपने विविध पीजी विभागों में पढ़ाने के लिए कांट्रैक्ट तौर पर शिक्षक पदभर्ती प्रक्रिया आयोजित की। इसमें डॉ. एस. आर. भालेराव ने पाली व प्राकृत पढ़ाने के लिए आवेदन किया। उनके अनुसार वे उच्च शिक्षित हैं और उनके पास पाली व प्राकृत विषय में पीएचडी भी है। 6 सितंबर 2022 को चयन सूची जारी हुई, जिसमें उम्मीदवार का नाम शामिल था, लेकिन तबसे विवि ने नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया है। उम्मीदवार का आरोप है कि उनकी जगह एक अपात्र उम्मीदवार को नियुक्ति दे दी गई है। आमरण अनशन पर बैठी डॉ. गया जांभुलकर ने भी विवि प्रशासन पर पात्र उम्मीदवारों को नजरअंदाज करके अपात्र उम्मीदवारों को नियुक्ति देने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार वर्ष 2018 से वे लगातार साक्षात्कार दे रही हैं, पीएचडी और पोस्ट डॉक्टरेट जैसी पात्रता होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति नहीं दी जा रही है।

मेरे खिलाफ झूठी शिकायत की गई
मेरे खिलाफ जो शिकायत का हवाला दिया जा रहा है, वह बेबुनियाद है। मैं हर तरह की जांच से गुजरने को तैयार हूं। डॉ. एस.आर. भालेराव

दबाव डालने का हो रहा प्रयास
जो अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठा है, उसके खिलाफ गंभीर प्रकार की शिकायत मिली है। इस तरह आमरण अनशन पर बैठकर विवि प्रशासन के कामकाज पर दबाव डालने का प्रयास किया जा रहा है।  - डॉ. सुभाष चौधरी, कुलगुरु नागपुर विवि 

Created On :   30 Sept 2022 4:28 PM IST

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