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एसडीआरएफ फंड को लेकर विवाद, खर्च को लेकर मनपा कटघरे में

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कोरोनाकाल में खरीदी गई विविध सामग्री को लेकर मनपा प्रशासन कटघरे में है। महापौर दयाशंकर तिवारी ने इस मामले में जांच समिति गठित की है। इसमें एक नया मामला और जुड़ गया है। शहर में मनपा ने 105 वैक्सीनेशन सेंटर शुरू किए हैं। इन केंद्रों पर व्यवस्था के लिए एसडीआरएफ फंड से खर्च किया गया है। कुछ केंद्र ऐसे भी हैं, जहां स्थानीय नगरसेवकों ने अपनी तरफ से व्यवस्था की है। दावा है कि पंडाल, ग्रीन शीट, कम्प्यूटर, प्रिंटर, चाय, पानी से लेकर भोजन व्यवस्था तक नगरसेवकों ने की है, लेकिन मनपा प्रशासन ने इस खर्च को एसडीआरएफ फंड में दिखाया है।
प्रशासन को लिखित शिकायत
सत्तापक्ष नगरसेवक व कर संकलन समिति के सभापति महेंद्र धनविजय ने इसे लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। प्रशासन को लिखित शिकायत में धनविजय ने बताया कि प्रभाग-1 के शाक्यमुनि समाजभवन में वैक्सीनेशन सेंटर शुरू किया गया। इस केंद्र में कम्प्यूटर, पंडाल, प्रिंटर, ग्रीन शीट, चाय और भोजन व्यवस्था तक उन्होंने अपनी जेब से की है। हर महीने करीब 30 हजार रुपए तक इस पर खर्च हो रहा है। मनपा की तरफ से सिर्फ एक डॉक्टर, दो नर्स और एक कम्प्यूटर ऑपरेटर उपलब्ध कराया गया है, लेकिन मनपा ने जो खर्च नहीं किया, उस खर्च को भी एसडीआरएफ फंड में दिखा रही है। इसी तरह की शिकायतें अन्य नगरसेवकों से भी सामने आ रही हैं। उनका दावा है कि डॉक्टर्स, नर्स और वैक्सीन किट को छोड़ बाकी सभी व्यवस्थाएं नगरसेवकों ने की है।
शुरू कर किनारा कर लेते हैं
प्रशासन का अपना अलग दावा है। प्रशासन का कहना है कि नगरसेवक वैक्सीन सेंटर शुरू करने में अपनी दिलचस्पी दिखाते हैं। व्यवस्थाएं भी करते हैं, लेकिन बाद में सब मनपा के भरोसे छोड़ देते हैं। ऐसे में संपूर्ण खर्च मनपा को करना पड़ रहा है। मनपा ने शेड, साइडिंग, पंडाल, ग्रीन शीट, बैनर व अन्य खर्च एसडीआरएफ में दिखाया है। जनप्रतिनिधि और प्रशासन के इन दावों-प्रतिदावों से एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है। यह नई तरह की अनियमितता की ओर इशारा करती दिख रही है।
मनपा स्पष्ट करे कि किस केंद्र पर कितना खर्च किया है
मनपा प्रशासन 105 वैक्सीनेशन सेंटर पर एसडीआरएफ फंड से खर्च का दावा कर रही है। प्रशासन को यह स्पष्ट करना चाहिए कि कौन से वैक्सीनेशन सेंटर पर कितना खर्च किया है। इससे दूध का दूध पानी का पानी होगा। मेरे प्रभाग में डॉक्टर्स, नर्स, कम्प्यूटर ऑपरेटर को छोड़ दिया जाए तो सभी खर्च हमने किया है। इसी तरह के मामले अन्य प्रभागों में भी है। इसलिए प्रशासन को पारदर्शी तरीके से खर्च सामने रखना चाहिए।
-महेंद्र धनविजय, कर संकलन समिति के सभापति मनपा
खर्च एसडीआरएफ फंड से ही
सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर एसडीआरएफ फंड से खर्च किया गया है। पुराने सभी सेंटर मनपा ने शुरू किए थे। अभी कुछ सेंटर शुरू करने नगरसेवकों ने पहल की है। नगरसेवक सेंटरों की शुरूआत करते हैं, लेकिन बाद में सभी व्यवस्था मनपा को संभालनी पड़ती है। नगरसेवकों के लिए यह संभव भी नहीं है। एक-एक सेंटर पर महीने का 50 से 60 हजार का खर्च होता है। -डॉ. संजय चिलकर, वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी, मनपा
Created On :   2 July 2021 10:40 AM IST