कोरोना संकट : मौत के 24 घंटे बाद मिली शववाहिका

Corona Crisis: Dead body found 24 hours after death
कोरोना संकट : मौत के 24 घंटे बाद मिली शववाहिका
कोरोना संकट : मौत के 24 घंटे बाद मिली शववाहिका

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमित मृतकों को घाट पर पहुंचाने के लिए मनपा की व्यवस्था कितनी पुख्ता है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, गुरुवार को कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई, उन्हें 24 घंटे बाद शववाहिका उपलब्ध हो सकी। मृतकों के परिजन शव के इंतजार में कई घंटे तक घाट पर इंतजार करते रहे। उन्हें हर बार यही बताया गया कि, शववाहिका उपलब्ध हो रही है। महल के कपड़ा व्यवसायी की गुरुवार शाम 4.30 बजे मेडिकल अस्पताल में मौत हुई। कोरोना पॉजिटिव होने से प्रशासन ने सीधे गंगाबाई घाट पर शव पहुंचाने की जानकारी दी। मृतक के परिजन शुक्रवार दोपहर 12 बजे से गंगाबाई घाट पर इंतजार करते रहे, लेकिन शाम 6 बजे तक शव पहुंच नहीं सका था। संपर्क करने पर हर बार यही बताया जा रहा था कि, थोड़ी देर में शववाहिका गंगाबाई घाट पर शव लेकर पहुंच रही है। अंतिम दर्शन के इंतजार में घाट पर बैठे परिजनों को शाम 6 बजे के बाद पार्थिव शरीर के दर्शन हो सके। शाम 6.30 बजे अंतिम संस्कार किया गया। 

अधिकारी फोन पर आश्वासन देते रहे 
मनपा कर्मचारी की गुरुवार रात 11 बजे वर्धमान नगर के रेडियंस अस्पताल में मृत्यु हुई। शववाहिका उपलब्ध नहीं होने से परिजनों को तुरंत पार्थिव शरीर के दर्शन नहीं हो सके। परिजन मनपा कर्मचारियों से फोन पर पूछते रहे कि, शव कब तक गंगाबाई घाट पहुंचेगा। हर बार शववाहिका उपलब्ध नहीं होने का जवाब मिला। लकड़गंज जोन के अधिकारी सतरंजीपुरा जोन से शववाहिका का जुगाड़ करने में लगे थे। एनजीओ से शववाहिका मांगी गई, लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला। शाम 5 बजे सतरंजीपुरा जोन से अस्पताल में शववाहिका भेजी गई आैर वहां से शव शाम 6 बजे गंगाबाई घाट पर ले जाया गया। शव के इंतजार में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। परिजनों ने आरोप लगाया कि, मनपा जब अपने ही मृत कर्मचारी को तुरंत शववाहिका उपलब्ध नहीं करा सकी, तो बाकी लोगों का क्या हाल होगा यह समझा जा सकता है। 

कौन करेगा शहरवासियों की सुरक्षा 
पूर्व पार्षद नाना झोड़े ने कहा कि, संपत्ति व जल कर समय पर नहीं भरने पर विलंब शुल्क लिया जाता है। मृतकों को समय पर शववाहिका उपलब्ध कराने में मनपा प्रशासन नाकाम साबित हुआ है। शहरवासियों की सुरक्षा कौन करेगा। कोरोना रोगी को इलाज तो बेहतर नहीं मिल रहा, मरने के बाद भी समय पर अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है। 

एनजीओं से भी नहीं मिली 
कोरोना पॉजिटिव मृतकों की संख्या ज्यादा व शववाहिका की संख्या कम है। शववाहिका के लिए एनजीआे से गुजारिश की, लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला। सतरंजीपुरा जोन से शववाहिका का इंतजाम किया और शाम को अस्पताल भेजी गई। शववाहिका समय पर उपलब्ध नहीं हो सकी। -विजय हुमने, सहायक आयुक्त (प्रभारी) लकड़गंज जोन मनपा 

Created On :   5 Sept 2020 4:34 PM IST

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