क्राईम ब्रांच को भी नहीं मिले पुलिस अधिकारी के बेटे की हत्या के सबूत 

Crime Branch not found Proof of murder of officers Son
क्राईम ब्रांच को भी नहीं मिले पुलिस अधिकारी के बेटे की हत्या के सबूत 
क्राईम ब्रांच को भी नहीं मिले पुलिस अधिकारी के बेटे की हत्या के सबूत 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस अधिकारी के बेटे अथर्व शिंदे की मौत की जांच में जुटी अपराध शाखा को भी उसकी हत्या से जुड़े कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस को अब शक है कि ज्यादा नशा और गिरने के चलते लगी चोट अथर्व की मौत की वजह हो सकती है। हालांकि अथर्व की विसरा रिपोर्ट में शराब और ड्रग्स के कोई अंश नहीं मिले हैं इसलिए पुलिस विसरा जांच के लिए और आधुनिक तकनीक की मदद लेने का फैसला किया है।

पुलिस इंस्पेक्टर के बेटे अथर्व का शव बीते नौ मई को गोरेगांव स्थित रॉयल पाम इलाके में एक तालाब के किनारे मिला था। आठ मई की रात अथर्व यहां एक बंगले में आयोजित मराठी फिल्म निर्माता की बेटी की जन्मदिन पार्टी में गया था। जांच में जुटी पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी का एक एक फ्रेम जांचा है। पुलिस के मुताबिक अथर्व पार्टी से गिरता लड़खड़ाता हुआ निकलता है और बार बार उल्टियां करता दिख रहा है। इससे लगता है कि वह ज्यादा नशे में था।

पार्टी में शामिल उसके दूसरे दोस्तों ने अपने बयान में इस बात की पुष्टि की है कि पार्टी में नशे का इस्तेमाल हुआ था। इसके अलावा अथर्व जिस तालाब के पास गिरा था वहां काफी ढलान है। इसके अलावा वहां लोहे की दो छड़ें भी थीं। पुलिस को शक है कि ज्यादा ढलान की वजह से पहले से लड़खड़ा रहा अथर्व गिर गया और लुढकते हुए नीचे पहुंचा। इससे उसे चोट आई होगा। इसके अलावा लोहे की छड़ों से भी उसे चोट लगने की आशंका है।

शक है कि इसी वजह से अथर्व के शरीर और निजी अंगों पर चोट लगी। हालांकि आर्थिक अपराध शाखा में तैनात उसके पिता नरेंद्र शिंदे ने अपने बेटे के साथ यौन उत्पीड़न और मारपीट की आशंका जताई थी। आरे पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की लेकिन उसके हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा। इसके बाद नरेंद्र शिंदे ने जांच में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस महानिदेशक और मुंबई पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी। इसके आधार पर जांच अपराध शाखा को सौंपी गई थी। लेकिन करीब एक महीने बाद अपराध शाखा भी खाली हाथ है।

आधुनिक तकनीक से जांच
पुलिस ने विसरा नमूने का केमिकल एनालिसिस कराया था लेकिन उसमें शराब या नशे के कोई सबूत नहीं मिले। इसके बाद पुलिस अब गैस क्रोमैटोग्राफी एंड मास स्पेक्ट्रोमेट्री (जीसीएमएस) तकनीक से जांच कराएगी। इससे साफ होगा कि क्या अथर्व की मौत शराब और ड्रग्स के घातक मिश्रण के चलते हुई। इसके अलावा विसरा में मौजूद हर तत्व की पहचान के लिए हाई पर्फार्मेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी (एचपीएलसी) तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। 

Created On :   4 Jun 2018 2:55 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story