दिना डैम का पानी छोड़ने से फसलों को मिली संजीवनी

Crops got life by releasing water from Dina Dam
दिना डैम का पानी छोड़ने से फसलों को मिली संजीवनी
गड़चिरोली दिना डैम का पानी छोड़ने से फसलों को मिली संजीवनी

डिजिटल डेस्क, चामोर्शी(गडचिरोली)। तहसील के रेगड़ी स्थित दिना डैम्प के पानी का उपयोग कर अनेक गांवों के किसान ग्रीष्मकालीन फसलों का उत्पादन लेते हैं। रेगड़ी परिसर के अनेक गांवों के किसान खरीफ फसल समेत ग्रीष्मकालीन धान व मक्के समेत साग-सब्जियाें का उत्पादन ले रहे हैंं। वर्तमान में ग्रीष्मकालीन धान फसलों को पानी की आवश्यकता होने से दिना डैम्प की पानी छोड़ा गया। जिससे फसलों को नवसंजीवनी मिली।  बता दें कि, रेगड़ी स्थित दिना डैम्प से चामोर्शी तहसील के 6 मायनर अंतर्गत आनेवाले गांवों को ग्रीष्मकालीन धान फसलों को पानी उपलब्ध करा दिया गया है। जिसमें सोनापुर, कृष्णनगर, वाघदरा, विक्रमपुर, गौरीपुर व पेटतला गांवों का समावेश है।

 चामोर्शी तहसील के किसानों ने 1 हजार हेक्टेयर धान फसलों का उत्पादन के लिए पानी की मांग की थी। किंतु दिना डैम्प प्रशासन ने डैम्प में जमा जलस्तर को ध्यान में रखकर केवल 350 हेक्टेयर फसलों को पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। लक्ष्मीपुर व चामोर्शी मायनर के लिए पानी देने प्रशासन तैयार थे। किंतु किसानों ने ऐन समय पर फसल नहीं लगाया। जिससे वर्तमान फसल उत्पादन ले रहे क्षेत्र में पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे ग्रीष्मकालीन फसलों को पानी की आवश्यकता होकर फसलों को नवसंजीवनी मिली। बता दें कि, इस वर्ष खरीफ सीजन में बेमौसम बारिश हुई। जिससे फसलों का भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान से उबारने तहसील के किसान ग्रीष्मकालीन धान, मक्का समेत विभिन्न फसलों का उत्पादन ले रहे हंै। 
 

Created On :   17 April 2022 5:49 PM IST

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