- Home
- /
- लॉकडाउन में ठगी का नया-नया तरीका...
लॉकडाउन में ठगी का नया-नया तरीका अपना रहे साइबर ठग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संकट के चलते लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं, ऐसे में अपराध घट गए हैं पर लॉक डाउन के दौरान साइबर यानी इंटरनेट के माध्यम से होने वाले अपराधों में बाढ़ आ गई है। ऑनलाइन लुटरे सक्रिय हो गए हैं, वे लोगों को तरह-तरह के लालच देकर उनके बैंक खातों से पैसे उड़ा रहे हैं। दरअसल लॉकडाउन के चलते पूरी दुनिया मेम वर्क फ्राम होम का चलन बढ़ा है। यह काम बगैर इंटरनेट के संभव नहीं है। दुनिया में कोरोना का प्रभाव बढ़ाने के साथ ही पिछले चार महिनों के दौरान कोरोना से संबंधित डोमिन की बाढ़ आ गई। देश में ऐसे 12 लाख लाख डोमिन (वेबसाइट) तैयार हो गई जिससे करीब 16 लाख रुपए के घोटाले हुए हैं।
कैसे लालच, कैसे-कैसे घोटाले
सायबर पुलिस की बार-बार की चेतावनी के बावजूद लोग साइबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं। पिछले दिनों व्हाट्सएप पर जीओ मोबाइल की तरफ से मुफ्त रिजार्च के लिए लिंक भेजे गए। लोगों के बगैर सोचे-समझे इसे जमकर फारवर्ड किया। इसके बाद अब ओटीपी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स की तरफ से दो महिने का मुफ्त रिचार्ज देने वाला लिंक फारवर्ड किया जा रहा है। कोरोना का भय दिखा कर मेडिक्लेम पॉलिसी, बैंकों के तीन महीने की ईएमआई पर रोक का लाभ लेने के लिए लिंक पर क्लिक करने जैसे तरीकों से ठगी की जा रही है। इस बारे में सायबर पुलिस के पुलिस अधीक्षक बाल सिंह राजपूत कहते हैं कि हम बार-बार लोगों को सावधान कर रहे हैं। इसके पहले जियो के मुफ्त रिचार्ज के नाम पर कई लोगों के साथ ठगी की शिकायतें हमारे पास आए थी। साइबर ठगी से सावधान रहने के लिए हमनें एडवायजरी जारी की है। उन्होंने कहा कि हमनें पहले लोगों को नेटफ्लिक्स के फर्जी मैसेज से आगाह किया है। साइबर अपराधी पोर्न फिल्में देखने वालो को भी निशाना बना रहे हैं।
Created On :   25 April 2020 6:56 PM IST