साइकिलिंग से मिलती है कई रोगों से मुक्ति

Cycling gives freedom from many diseases
साइकिलिंग से मिलती है कई रोगों से मुक्ति
साइकिलिंग से मिलती है कई रोगों से मुक्ति

डिजिटल डेस्क, नागपुर।   शहर के कई एक्टिव ग्रुप हैं, जो हर रोज साइकिल से मीलों का सफर तय करते है। साथ ही लोगों को सेव एन्वायरमेंट और फिटनेस का मैसेज देते हैं। इन ग्रुप्स में बच्चे, युवा, महिला-पुरुष और सीनियर सिटीजन्स शामिल है। साइकिलिंग एक्सपर्ट का कहना है कि डेली साइकिलिंग से लीवर, डायबिटीज आदि बीमारियों से बचा जा सकता है। कोरोनाकाल में साइकिलिंग करने वालों की संख्या बढ़ गई है। कोरोनाकाल में हर व्यक्ति अपनी सेहत की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहा है, ऐसे में साइकिलिंग बेस्ट ऑप्शन मानी जा रही है।

बर्न होती है कैलोरी
मैंने पिछले वर्ष लॉकडाउन के बाद से साइकिलिंग शुरू कर दी। हमारी कॉलोनी के कुछ ब्वॉयज मिलकर हर रोज 30 किमी साइकिलिंग करते हैं। हमारे साथ कई गर्ल्स भी जुड़ गई हैं। साइकिलिंग एक अच्छी एक्सरसाइज मानी जाती है। इससे लंग्स स्ट्रॉग होते हैं और स्टेमिना भी बढ़ता है। साइकिलिंग करने से मसल्स भी मजबूत होते हैं। एक्सपर्ट ने हमें बताया कि 30 मिनट में 10 किमी की दूरी तय करने से 250 कैलोरी बर्न होगी। साथ ही इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है और ऑक्सीजन स्किन सेल्स तक पहुंचती है। साइकिलिंग सेहत के बहुत अच्छा है। इसलिए हम हर रोज साइकिलिंग करते हैं।
-दुर्गेश तिवारी,साइकिलिस्ट

हर उम्र के लोग शामिल
^पिछले वर्ष हमारे साइकिलिंग ग्रुप की  शुरुआत हुई थी। तब ग्रुप में 10-12 मेम्बर ही थे। लोगों में अवेयरनेस बढ़ी है। आज हमारे ग्रुप में 200 से ज्यादा मेंबर जुड़ चुके हैं। ग्रुप में सीनियर सिटीजंेस, यूथ और बच्चों के अलावा वुमंस भी एक्टिव हैं। हर दिन ग्रुप द्वारा 40-50 किमी की दूरी तय की जाती है। कई साइकिलिस्ट लंबी दूरी भी तय करते हैं। प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर प्रतियोगिताएं भी कराते हैं। साइकलिंग के जरिए हम कई सोशल मैसेज भी देते हैं। लंबे सफर के दौरान कई बार टायर पंक्चर या चेन खराब होने की प्रॉब्लम आती है। इससे बचने के लिए टूर पर अक्सर  बैकअप लेकर चलते हैं।   -नुरुल हक, लाफ्टर राइडर्स एंड रनर्स ग्रुप


 

Created On :   3 Jun 2021 3:42 PM IST

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