खतरा : कभी भी ढह सकते हैं 50 पुराने मकान

Danger: 50 old houses can collapse anytime
खतरा : कभी भी ढह सकते हैं 50 पुराने मकान
अमरावती खतरा : कभी भी ढह सकते हैं 50 पुराने मकान

डिजिटल डेस्क,अमरावती । शहर के बुधवारा, भाजीबाजार सहित परकोट के भीतरी परिसर तथा सरोज चौक, प्रभात चौक आैर चित्रा चौक आदि परिसरों में बड़ी संख्या में जर्जर इमारतें देखी जा सकती है। इनमें से अधिकांश इमारतों का निर्माणकार्य स्वतंत्रता पूर्व हुआ था। वर्षों पुरानी यह इमारतें अब जर्जर हो चुकी हैं आैर बारिश में वह किसी भी समय ढह सकती हैं। मनपा ने जब ऐसी जर्जर इमारतों की सूची बनाई तब मनपा के सर्वेक्षण के अनुसार शहर में 151 जर्जर इमारतें पायी गई। इनमें 50 इमारतें काफी जीर्ण अवस्था में रहने से वह किसी भी समय ढह सकती हैं। अब मानसून पूर्व तैयारी करते हुए मनपा ने इन सभी जर्जर इमारतों के मालिकों को अपनी जीर्ण इमारतों को स्वयं गिराने का नोटिस दिया हैं। मनपा ने जीर्ण मकानों का सर्वेक्षण करते समय उन्हें तीन श्रेणी में विभाजित किया हैं। जिसमें सी-1, सी-2(अ) आैर सी-2(ब) का समावेश हैं। सी-1 श्रेणी की इमारतों में पूरी तरह से जर्जर ऐसी इमारतें जो किसी भी समय ढह सकती हैं इसका समावेश हैं। इस तरह की पूरी तरह जीर्ण 50 इमारतें मनपा क्षेत्र में हैं। सी-2(अ) श्रेणी में आनेवाली इमारतों का जीर्ण हिस्सा गिराकर उसका दोबारा निर्माण करने का समावेश हैं। 

ऐसी 56 इमारतें मनपा की सूची में हैं आैर सी-2(ब) श्रेणी की इमारतों की मरम्मत कर उसने रहने योग्य बनाने का समावेश हैं। इस श्रणी में आनेवाली 35 इमारतें शहर में हैं। हर वर्ष नियमानुसार मनपा इन जर्जर इमारतों के मालिकों को मानसून से पूर्व नाटिस देती हैं। लेकिन ऐसी अनेकों इमारतें आज शहर में हैं जिनके मालिकों ने मनपा के नोटिस की अनदेखी करते हुए उन्हें अभी तक नहीं गिराया हैं।   तीन वर्ष पूर्व शहर के भाजीबाजार चौक पर स्थित एक ऐसी ही दुमंजिला जर्जर इमारत का ऊपरी हिस्सा बारिश में गिर गया था। जिस वक्त यह हिस्सा गिरा तब वहां से एक व्यक्ति साइकिल लेकर जा रहा था। लेकिन वह तत्काल साइकिल वहीं छोड़कर भागने से बाल-बाल बच गया था। किंतु उसकी साइकिल इमारत के गिरे मलबे में दबकर चकनाचूर हो गई थी। उसके बाद मनपा ने बारिश थमते ही इस मकान का शेष जीर्ण हिस्सा स्वयं गिराया था। इसी तरह पिछले वर्ष कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के दौरान सरोज टॉकीज के निकट हीरा लॉज की इमारत का हिस्सा इसी तरह रात 12 बजे के दौरान अचानक ढह गया था।

उस समय लॉकडाउन रहने से सड़कों पर सन्नाटा था। वर्ना बड़ी अनहोनी होने से इनकार नहीं किया जा सकता था। इसी इमारत से कुछ ही दूरी पर स्थित चित्रा चौक के पास के पुराने सेंट्रल लॉज की गैलेरी का हिस्सा गिरने से उसी लॉज के सामने पंक्चर की दुकान पर अपनी दोपहिया लेकर आए एक युवक की गंभीर अवस्था में मौत हो गई थी। ऐसी अनहोनी घटना दोबारा न हो इसके लिए मनपा प्रशासन की ओर से मानसून पूर्व शहर की सभी जीर्ण इमारतों के संचालकों को सुरक्षा की दृष्टि से नोटिस देकर आवश्यक कार्रवाई करने की हिदायत दे दी हैं। इसके बावजूद संबंधितों द्वारा कोई पहल न की गई तो बारिश के दिनों में कोई अनहोनी होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इस संबंध में मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर से संपर्क कर चर्चा की गई तब उन्होंने कहा कि वह तीन दिन बाद अवकाश से बुधवार को लौटे है, वह संबंधित विभाग से जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे।
 

Created On :   12 May 2022 1:09 PM IST

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