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आदिवासी अंचल की सड़कों पर होने लगे लालपरी के दर्शन

डिजिटल डेस्क, परतवाडा (अमरावती)। पिछले पांच माह से अधिक समय से बंद रही रापनि की एसटी बसें अब एसटी कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होने के बाद फिर से ग्रामीण व आदिवासी अंचल की सड़कों पर दौड़ने लगी हैं। एसटी बस सेवा शुरू होने से चिखलदरा व धारणी तहसील के नागरिकों ने राहत की सांस ली है। परतवाड़ा एसटी डिपो में सभी कर्मचारी काम पर लौटने से 45 बसों के माध्यम से हर दिन 285 फेरियां की जा रही है। जिससे रापनि को हर दिन से 4 लाख से अधिक की आय होने लगी है।
अपनी विविध मांगों को लेकर एसटी कर्मचारी पिछले पांच माह से बेमियादी हड़ताल पर थे। राज्य के सभी एसटी कर्मचारी हड़ताल पर रहने से एसटी बस सेवा ठप पड़ गई थी और सभी बसे डिपो में खड़ी हो गई थी। इस हड़ताल के पूर्व कोरोना महामारी के पूर्व बस सेवा बंद रहने से नागरिकों सहित नौकरीपेशा और विद्यार्थी काफी परेशान हो गए थे। निजी बस संचालकों द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है। इस कारण जिले के नागरिक एसटी बस सेवा शुरू होने के इंतजार में थे। मेलघाट के बहुल क्षेत्र के आदिवासी नागरिक इस बस सेवा के बंद रहने से काफी कठिनाईयों का सामना कर रहे थे।
आखिरकार सभी एसटी कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होने और वह काम पर लौटते ही बस सेवा शुरू होने से आदिवासी अंचल के नागरिकों ने राहत की सांस ली है। कर्मचारी लौटते ही परतवाड़ा एसटी डिपो से 45 एसटी बसें शुरू की गई है। जो हर दिन नागपुर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, उमरखेड़, धारणी, चिखलदरा, औरंगाबाद, वणी आदि मार्ग पर 285 फेरियां हर दिन लगा रही है। इसके अलावा अन्य मार्गों पर भी दूसरे जिलों की बस फेरियां शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक राहत महसूस कर रहे हैं। अभी भी 13 एसटी एस परतवाड़ा डिपो से आरटीओ के पास पासिंग के लिए भेजे जाने से शुरू नहीं हो पाई है। यह बस जल्द शुरू होने की संभावना है।
Created On :   4 May 2022 1:21 PM IST