एक साल में 38 बाघों की मौत चिंता का विषय नहीं

Death of 38 tigers in one year is not a matter of concern
एक साल में 38 बाघों की मौत चिंता का विषय नहीं
मध्य प्रदेश एक साल में 38 बाघों की मौत चिंता का विषय नहीं

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह का एक बेतुका बयान चर्चाओं में है, क्योंकि उनका मानना है कि एक साल में 38 बाघों की मौत कोई चिंताजनक विषय नहीं है, क्योंकि जहां संख्या ज्यादा होती है, वहां मौतें भी ज्यादा होती हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और कांग्रेस तंज कस रही है ।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वन मंत्री शाह बाघों की मौत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कह रहे हैं कि जहां जनसंख्या ज्यादा होगी, वहां मौतें भी ज्यादा होंगी, आपको मेरा यह उत्तर अजीब सा लग सकता है, सामान्यत: 11-12 साल में टाइगर मर जाते हैं, प्रदेश में हमारे अनुसार साढ़े छह सौ टाइगर हैं, वहीं भारत सरकार के रिकार्ड में 526 संख्या है।

उन्होंने आगे सवाल करते हुए कहा कि रिकॉर्ड के अनुसार 526 टाइगर है और अगर 11-12 में टाइगर मर जाते हैं तो हर साल कितने टाइगर मरना चहिए। मेरे हिसाब से हर साल 40-45 टाइगर मरना चाहिए। अगर 38 टाइगर मर जाते हैं तो यह ऐसा आंकड़ा नहीं है जो हमारे लिए चिंता का विषय है। आदमी तो सौ साल के पहले मर जाता है। वन मंत्री के इस बयान पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने चुटकी ली है और ये तो टाइगर की उम्र 10-12 साल बता रहे हैं जो कि कम है क्योंकि शिवराज तो 18 साल बाद भी कहते हैं कि टाइगर अभी जिंदा है।

(आईएएनएस)

Created On :   29 Nov 2021 1:00 PM GMT

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