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शैक्षणिक सत्र 2020-21 को शून्य सत्र घोषित करें : अग्रवाल

डिजिटल डेस्क,नागपुर। विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार द्वारा स्कूल खोले जाने के निर्णय पर कड़ी निंदा की है। अग्रवाल ने कहा कि सरकार का यह फैसला न्याय संगत नहीं है। पालकों की परेशानियों की अनदेखी करते हुए सरकार इस प्रकार का गलत निर्णय ले रही है। प्रदेश के बच्चे कोई टेस्टिंग किट नहीं है, जिस पर प्रयोग कर के देखा जा रहा है।
स्कूलों को दोबारा शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार जल्दबाजी कर रही है। कई स्कूलों ने पालकों के नाम एकतरफा संदेश भेजा है, जिसमें उन्हें सिर्फ बच्चों को स्कूल भेजने पर अपनी सहमति देनी है, असहमति देने का विकल्प ही नहीं है। वहीं कुछ स्कूलों ने फॉर्म में साफ-साफ लिख दिया है कि अगर किसी बच्चे को कोविड-19 होता है तो इसमें स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। एक ओर सरकार तथा स्वास्थ्य एजेंसियां कोरोना की दूसरी-तीसरी लहर की चेतावनी दे रही हैं, दूसरी ओर पढ़ाई के नाम पर बच्चों को खतरे में डाला जा रहा है।
विदर्भ पैरेंट्स एसोसिएशन ने मांग की है कि जब तक कोरोना वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक स्कूल खोलने के फैसले का विरोध करते रहेंगे। विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन की सरकार से अपील है, कि वह इस शैक्षणिक सत्र को शून्य सत्र घोषित करें। वर्ष 1969 में ऐसे ही एक संकट के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने शून्य शैक्षणिक सत्र घोषित किया था। वर्तमान महामारी को देखते हुए शैक्षणिक वर्ष 2020-21 को जीरो ऐकडेमिक वर्ष घोषित करने की मांग की गई।
Created On :   21 Nov 2020 5:01 PM IST