कोरोना काल के बाद और बढ़ी इंजीनियरों की मांग

Demand for engineers increased after Corona period
कोरोना काल के बाद और बढ़ी इंजीनियरों की मांग
नागपुर कोरोना काल के बाद और बढ़ी इंजीनियरों की मांग

 डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कोरोना काल के दो वर्ष लगभग सभी क्षेत्रों के लिए घातक साबित हुए। इस दौरान अनेक क्षेत्रों से नौकरियां गईं। हजारों लोग बेरोजगार हुए, लेकिन नागपुर शहर और राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्लेसमेंट पर नजर डालें तो कोरोना काल के बाद इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्लेसमेंट में करीब 15 हजार नौकरियां का इजाफा हुआ है। कोरोना काल में आईटी इंडस्ट्री में खासा उछाल देखने को मिला। कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर, डेटा एनॉलिसिस और अन्य आईटी सहायक विषयों में जमकर प्लेसमेंट हुए। यहां तक कि आईटी इंडस्स्ट्री ने ऐसे इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को नौकरियां दी, जिनकी पृष्ठभूमि नॉन-आईटी की थी। वहीं, वर्क फ्रॉम होम और हाईब्रिड कल्चर के कारण अधिकांश विद्यार्थी भी आईटी में नौकरी करना पसंद कर रहे हैं। 

54599 छात्रों का प्लेसमेंट   वर्ष 2016-17 में राज्य के 374 इंजीनियरिंग कॉलेजों में 156477 विद्यार्थी ग्रेजुएट हुए। इसमें से सिर्फ 39415 विद्यार्थियों को कैंपस प्लेसमेंट मिला। वहीं वर्ष 2017-16 में 374 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 151191 विद्यार्थियों में से 40001 विद्यार्थियों को कैंपस से ही नौकरी मिल गई। ऐसे ही वर्ष 2018-19 में 363 कॉलेजों के 144061 विद्यार्थियों में से 47101 विद्यार्थियों को तो वहीं, वर्ष 2019-20 में 135312 विद्यार्थियों में से 46063 विद्यार्थियों को कैंपस प्लेसमेंट मिला। वर्ष 2020-21 में 134312 में से 43528 विद्यार्थियों को नौकरियां मिलीं। वर्ष 2021-22 प्लेसमेंट के लिहाज से बेहतरीन साबित हुए, जब 368 कॉलेजों के 135483 में से 54599 विद्यार्थियों को कैंपस प्लेसमेंट मिला। यानी साल 2016-17 की तुलना में 15 हजार नौकरियां अधिक मिलीं। 

नागपुर की ऐसी स्थिति
रामदेवबाबा इंजीनियरिंग 
नागपुर के अन्य कॉलेजों की प्लेसमंेट रिपोर्ट पर नजर डालें तो रामदेवबाबा इंजीनियरिंग कॉलेज में वर्ष 2021-22 के दौरान 63 कंपनियां प्लेसमंेट के लिए आई, जिन्होंने 1081 िवद्यार्थियों को नौकरियां ऑफर की। विद्यार्थी को 33 लाख रुपए का अधिकतम पैकेज ऑफर किया गया। 

वीएनआईटी: एनआईआरएफ में इंजीनियरिंग श्रेणी में 30वां स्थान हासिल करने वाले वीएनआईटी की प्लेसमेंट रिपोर्ट पर नजर डालें तो वर्ष 2022 की पास आउट बैच के लिए 269 कंपनियां कैंपस प्लेसमेंट के लिए आई। 1250 जॉब ऑफर दिए गए और 938 विद्यार्थियों को नौकरियां मिलीं।  बीटेक की बैच में 91% और एमटेक की बैच में 66% विद्यार्थियों का कैंपस प्लेसमेंट हुआ। बी.टेक की बैच का औसत पैकेज 9.8 लाख प्रति वर्ष और एमटेक की बैच का औसत पैकेज 7.16 लाख प्रति वर्ष रहा। वर्ष 2023 के पास आउट बैच के 14 विद्यार्थियों का एक नामी कंपनी में चयन हुआ है। इन सभी 14 विद्यार्थियों को 64. 66 लाख रुपए के सालाना पैकेज पर नौकरी दी गई है। ऐसे ही वर्ष 2022 के पास आउट बैच के 10 विद्यार्थियों को 64 लाख प्रति वर्ष का पैकेज मिला है।  
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लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी : एलआईटी की प्लेसमेट रिपोर्ट के अनुसार साल 2021-22 में जहां संस्थान के 143 विद्यार्थियों को नौकरियां ऑफर हुई, तो वहीं वर्ष  2020-21 में संस्थान के 83 विद्यार्थियों को नौकरियां मिलीं।

Created On :   9 Nov 2022 4:09 PM IST

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