मुंबई कांग्रेस की जंबो कार्यकारिणी में वरिष्ठों का डिमोशन ,युवाओं को बड़ी जिम्मेदारी 

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
मुंबई कांग्रेस की जंबो कार्यकारिणी में वरिष्ठों का डिमोशन ,युवाओं को बड़ी जिम्मेदारी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आगामी मुंबई मनपा चुनाव के पहले गठित मुंबई कांग्रेस की भारी भरकम कमेटी में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का डिमोशन कर दिया गया है। जो 20 साल पहले पार्टी में सचिव थे, उन्हें फिर इसी पद पर बैठा दिया गया है जबकि युवक कांग्रेस से आए युवा चेहरों को महासचिव की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इससे वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी है। वे इसे अपमानजनक स्थिति बता रहे हैं।  मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप की नई कमेटी में 169 लोगों को शामिल किया गया है। इतनी भारी भरकम कमेटी के बावजूद नाराजगी के स्वर उभरे हैं। सबसे ज्यादा नाराजगी इस बात को लेकर है कि पार्टी के निष्ठावानों का डिमोशन कर दिया गया है।

मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे एडवोकेट विजय सिंह को एक बार फिर सचिव बनाया गया है जबकि एडवोकेट सिंह 20 साल पहले मुंबई कांग्रेस के सचिव थे। बाद में उन्हें उपाध्यक्ष सहित अन्य जिम्मेदारियां दी गई पर एक बार फिर से उन्हें सचिव बनाए जाने पर पार्टी में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। दूसरी तरफ युवक कांग्रेस में रहे धीरज सिंह को महासचिव बना दिया गया है। उनके पिता जय प्रकाश सिंह उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। मुंबई कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के संयोजक रहे निजामुद्दीन राईन को भी सचिव पद से संतोष करना पड़ा है। इससे उनके समर्थकों में नाराजगी है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि नई कार्यकारिणी में ऐसे-ऐसे नाम हैं जिनके कभी नाम नहीं सुने।   
 
‘त्रिशंकु’ हुए कृपाशंकर समर्थक
कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे के बाद अभी तक किसी दल का दामन न थामने वाले मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह समर्थकों की हालत ‘त्रिशंकु’ जैसी हो गई है। मुंबई कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में कृपाशंकर समर्थकों का पत्ता साफ हो गया है। हालांकि कृपा समर्थकों का कहना है कि वे अभी भी कांग्रेस में ही हैं। मुंबई कांग्रेस के महासचिव रहे सतीशचंद्र राय, बीके तिवारी, अनिश संकला, एडवोकेट आरपी पांडेय सहित कई कृपाशंकर समर्थकों को नई कार्यकारिणी स्थान नहीं मिला है। इन दिनों पूर्व गृहराज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह के साथ उत्तरभारतीयों से जन सम्पर्क अभियान में जुटे पूर्व मंत्री चंद्रकांत त्रिपाठी को भी नई कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है। संजय निरुपम समर्थकों विश्वबंधु राय, डा किशोर सिंह व संदीप सिंह को भी नई कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया गया।  

पद नहीं मिला तो इस्तीफा
बीते विधानसभा चुनाव में मुंबई की घाटकोपर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहे आनंद शुक्ल को भी मुंबई कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में स्थान नहीं मिला। इससे नाराज हो कर उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। 2019 के विधानसभा चुनाव में घाटकोपर सीट से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ने वाले शुक्ल को केवल 9305 वोट मिले थे। तभी से उन्हें पार्टी में दरकिनार कर दिया गया था।     

 

Created On :   15 March 2021 5:36 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story