- Home
- /
- नागपुर में डेंगू का डंक , मलेरिया...
नागपुर में डेंगू का डंक , मलेरिया जांच भी हुई महंगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस से अभी थोड़ी राहत मिली ही थी कि शहर में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही दोनों के किट के दाम भी बढ़ गए हैं। 80 रुपए में मिलने वाला डेंगू के कार्ड की कीमत 120 रुपए तक पहुंच गई है, तो मलेरिया टेस्ट का एक कार्ड 50 रुपए तक मिल रहा है।
40 प्रतिशत तक बढ़े दाम : किट का सप्लाय करने वाले एक डिस्ट्रीब्यूटर के अनुसार कोरोना महामारी के कारण एंटीजन और वीटीएम किट के दाम आसमान छू रहे थे। कई लोगों ने इसकी कालाबाजारी की। रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढ़ी, तो इसकी भी कालाबाजारी होने लगी। अब मलेरिया और डेंगू किट के दाम भी 40% तक बढ़ गए हैं।
जांच की संख्या बढ़ी : निजी पैथोलॉजी लैब में डेंगू और मलेरिया के टेस्ट बढ़ गए हैं। संचालकों का कहना है कि किट के दाम बढ़ने के कारण उन्हें टेस्ट के दाम बढ़ाने पड़ रहे है। मलेरिया टेस्ट 500 रुपए, तो डेंगू टेस्ट 800 रुपए में हो रहा है। सरकारी अस्पतालों में किट नहीं होने के कारण वहां टेस्ट नहीं हो रहे हैं। नतीजतन लोग निजी लैब में टेस्ट करवाने के लिए मजबूर हैं।
मेडिकल में नहीं है डेंगू की किट : शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल मेडिकल में भी डेंगू की जांच किट उपलब्ध नहीं है। इसके कारण मरीजों को निजी लैब व अस्पतालों में जांच करानी पड़ रही हैं। चर्चा है कि मेडिकल में किट सप्लाई करने वाली कंपनियाें का करीब 4-5 करोड़ रुपए बकाया है। इसके कारण कंपनियों ने आपूर्ति बंद कर दी है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
इसे जानें, सावधानी बरतें
-डेंगू बुखार 3 तरह का होता है- क्लासिकल, हैमरेजिक और शॉक सिंड्रोम। दूसरे और तीसरे तरह का डेंगू ज्यादा खतरनाक होता है।
-शरीर में डेढ़ से दो लाख प्लेटलेट्स होते हैं। अगर प्लेटलेट्स एक लाख से कम हो जाए तो उसकी वजह डेंगू भी हो सकता है।
-बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और वे खुले में ज्यादा रहते हैं। डेंगू से संबंधित कोई भी लक्षण हो तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
Created On :   30 July 2021 11:36 AM IST