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विभागीय आयुक्त करेंगी टेंडर घोटाले के आरोपों की जांच

डिजिटल डेस्क, नागपुर । मुंबई खनिकर्म विकास महामंडल में टेंडर घोटाले के आरोपों की जांच विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे वर्मा करेंगी। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विभागीय आयुक्त के नेतृत्व में एक सदस्यीय समिति गठित की है। समिति को एक माह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की शिकायत के बाद खनिकर्म महामंडल के टेंडर प्रक्रिया की जांच के आदेश दिए गए हैं। उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने शुक्रवार को मुंबई में जांच समिति गठन की जानकारी दी।
कार्रवाई का दिया था निर्देश
गौरतलब है कि पटोले ने गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई को पत्र लिख कर महाजेनको कोयला आपूर्ति का टेंडर हासिल करने वाली कंपनी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। पटोले के पत्र का संज्ञान लेते हुए उद्योगमंत्री देसाई ने उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव बलदेव सिंह को कार्रवाई का निर्देश दिया था। इसके बाद नागपुर की विभागीय आयुक्त वर्मा को यह जांच सौंपी गई है। देसाई ने कहा कि इस टेंडर प्रक्रिया का राज्य प्रशासन से सीधे कोई संबंध नहीं है।
क्या हैं पटोले के आरोप
पटोले ने पत्र में लिखा है कि संजय हरदवाणी द्वारा चलाई जा रही रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के पास किसी तरह का नेटवर्थ और टर्नओवर नहीं है। कंपनी के पास सिक्योरिटी क्लियरेंस और कोल वाशिंग का कोई अनुभव भी नहीं है। लिमिटेड ने जिस कंपनी के साथ हिस्सेदारी की है, उसे नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल काली सूची में डाल चुका है। लिमिटेड किसी तरह के नियम और शर्तों पर खरी नहीं उतरती, इसके बावजूद उसे काम के लिए पात्र ठहराकर इसी साल 21 मई को महाराष्ट्र राज्य खनिकर्म महामंडल मर्यादित, नागपुर द्वारा करार पत्र दिया गया। ठेका देने में नियमों को ताक पर रखकर आर्थिक लेन-देन की आशंका है, इसलिए टेंडर प्रक्रिया की जांच होने तक इस प्रक्रिया को स्थगित रखा जाए।
कांग्रेस में अंदरूनी घमासान की चर्चा : इस मामले को लेकर कांग्रेस में अंदरुनी घमासान की चर्चा थी। ऊर्जामंत्री डॉ.नितीन राऊत कांग्रेस के एससी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। कई दिनों से चर्चा चल रही है कि ऊर्जामंत्री पद को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले राजनीतिक लाबिंग कर रहे हैं। खनिज महामंडल में घोटाले के संबंध में पटोले के आरोपों की खबरों के साथ यह भी दावा किया जा रहा था कि पटोले अपनी ही पार्टी के नेता व ऊर्जामंत्री राऊत को आरोपों के घेरे में ले रहे हैं। लेकिन गुरुवार को ही पटोले ने अपने बचाव मेें पत्र के साथ बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि उनका आरोप खनिज महामंडल पर है। ऊर्जा विभाग से कोई संबंध नहीं है। इस मामले में ऊर्जामंत्री राऊत ने भी सफाई दी है।
Created On :   3 July 2021 3:28 PM IST