पेंच की नाइट सफारी के लिए बेताब पर्यटकों का खत्म नहीं हो रहा इंतजार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रोमांच के नाम पर पेंच व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत शुरू की गई नाइट सफारी वर्षों से बंद है। जिसका कारण वन विभाग एनटीसीए की गाइड लाइन बताया जा रहा है, जबकि मध्यप्रदेश में वर्तमान में नाइट सफारी शुरू है। ऐसे में एक ओर नियमों को अलग-अलग क्षेत्र के लिए विभाजित करने का चित्र सामने आ रहा है। दूसरी ओर नाइट सफारी का मजा लेने के लिए बेताब पर्यटकों को केवल इंतजार के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है। वर्तमान में यहां सड़कों की हालत खराब रहने से खुद वन विभाग के अधिकारी भी यहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
इच्छाशक्ति का अभाव
पेंच व्याघ्र प्रकल्प नागपुर अंतर्गत 483 चौ. किमी क्षेत्र बफर जोन घोषित है। इसमें 202 चौ. किमी बफर क्षेत्र के लिए नागलवाड़ी (वन्यजीव) एकसंघ नियंत्रण व पवनी (वन्यजीव) एकसंघ नियंत्रण वनपरिक्षेत्र का निर्माण हुआ है। उक्त क्षेत्र वन्यजीव अभयारण्य या राष्ट्रीय उद्यान का भाग न होकर बफर क्षेत्र होने से यहां अवैध पेड़ कटाई, अवैध शिकार, अवैध चराई आदि गतिविधियां होती रहती हैं। ऐसे में इन गतिविधियों पर लगाम कसकर वन पर्यटन को बढ़ावा देकर वनसंरक्षण करने का निर्णय लिया गया था। जिसके लिए पर्यटकों के लिए नई गतिविधियां शुरू की गई थीं। इसके लिए रात्रि गश्त शुरू की गई। इससे जंगल में अवैध गतिविधियों को लगाम कसी जाने वाली थी। वन विभाग को अच्छा राजस्व भी प्राप्त होता। स्थानीय लोगों को रोजगार भी प्राप्त होता, लेकिन सूत्रों की माने तो इसे शुरू करने के बाद बंद कर दिया गया। इसके लिए नियम बताया जा रहा था, लेकिन हकीकत यह है कि, इच्छाशक्ति का अभाव है। यहां तक पहुंचने वाला मार्ग काफी खराब अवस्था में है। इस मार्ग को अब तक विकसित नहीं किया गया है।
अपेक्षित था गर्मी में खुलेगी, पर नहीं खुली
यही कारण है कि, लंबे समय से नाइट सफारी बंद है। ठंड में लगभग सभी सफारी खुली रहती हैं, लेकिन नाइट सफारी को खोला ही नहीं गया। अपेक्षित था कि, गर्मी में खोला जाएगा, लेकिन इसे अभी तक नहीं खोला गया है।
Created On :   8 April 2023 4:27 PM IST