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अच्छी बारिश के बावजूद जलाशयों में जल भंडारण हुआ कम, जानिए स्थिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर । नागपुर समेत संपूर्ण महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भारी बारिश जारी है। कई जगह बाढ़ के हालात बने हैं। नदियों में बाढ़ के कारण पेंच समेत कई सिंचाई प्रकल्पों के गेट खोलने की नौबत आई है। बावजूद इसके जिस अनुपात में जलाशयों में जलभंडारण होना चाहिए था, वह नहीं हो पाया है। खासकर नागपुर शहर को जलापूर्ति करने वाले तोतलाडोह जलाशय में अभी भी जलभंडारण पिछले वर्ष की अपेक्षा कम दर्ज किया गया है। गत वर्ष इस समय तोतलाडोह में 87.29 प्रतिशत जलभंडारण था। इस बार 65.83 प्रतिशत जलभंडारण का स्तर है। यह आंकड़ा शहर की जलापूर्ति को प्रभावित कर सकता है। फिलहाल शहर की जलापूर्ति तोतलाडोह जलाशय पर निर्भर है। तोतलाडोह के जरिए शहर के बड़े हिस्से में जलापूर्ति होती है। अगर यही स्थिति रही तो अगले वर्ष शहरवासियों के सामने जलापूर्ति मामले में चुनौतियां आ सकती हैं। हालांकि अभी मानसून के और दो महीने बचे हैं। ऐसे में स्थिति बदलने की संभावना है।
याद है 2019 : बता दें कि वर्ष 2019 में 15 अगस्त तक तोतलाडोह में जलस्तर डेडस्टॉक तक पहुंच गया था, जिस कारण शहर में एक दिन अंतराल पर जलापूर्ति की नौबत आई थी। लेकिन 15 अगस्त के बाद मध्यप्रदेश में भारी बारिश के बाद स्थिति करवट ली थी। उसके बाद तोतलाडोह में इतना जलभंडारण हुआ था कि बार-बार गेट खोलने पड़े थे। फिलहाल तोतलाडोह की स्थिति को अभी संतोषजनक माना जा रहा है। शहर की जलापूर्ति के हिसाब से यह पर्याप्त जलभंडारण कहा जा रहा है। हालांकि नागपुर के कामठी खैरी, खिंडसी, नांद और वेणा जलाशय में भी यही स्थिति है। यह जलाशय भी आधे भरे हुए हैं। इन जलाशयों से भी अनेक नगरपरिषद, ग्रामपंचायतों में जलापूर्ति होती है।
कामठी खैरी, में 46.20 प्रतिशत, रामटेक (खिंडसी) में 34.91 प्रतिशत, नांद में 44.25 प्रतिशत और वेणा जलाशय में 65.08 प्रतिशत जलभंडारण हुआ है। पूर्व विदर्भ के 6 जिले नागपुर, भंडारा, गोंदिया, वर्धा, चंद्रपुर और गडचिरोली के 18 बड़े जलाशयों में 50.52 प्रतिशत जलभंडारण हुआ है। गोंदिया के इटियाडोह में 30.97 प्रतिशत, सिरपुर में 15.73 प्रतिशत, पुजारी टोला में 62 प्रतिशत, कालीसरार में 8.37 प्रतिशत, चंद्रपुर जिले के असोलामेंढा में 95.11 प्रतिशत, गड़चिरोली के दिना जलाशय में 44.47 प्रतिशत, वर्धा के बोर में 62.90, धाम में 36.44 प्रतिशत, पोथरा में 100 प्रतिशत, लोअर वर्धा-1 में 70.42 प्रतिशत, भंडारा के गोसीखुर्द में 41.39 प्रतिशत, बावनथड़ी में 36.53 प्रतिशत और धापेवाड़ा बैरेज-2 में 17.48 प्रतिशत जलभंडारण दर्ज किया गया है।
40 मध्यम प्रकल्पों में 58.48% पानी
नागपुर विभाग के 40 मध्यम प्रकल्पों में 58.48 प्रतिशत पानी का भंडारण हुआ है। नागपुर के 13 प्रकल्पों में 64.44 प्रतिशत, भंडारा के 4 प्रकल्पों में 29.42 प्रतिशत, गोंदिया के 10 प्रकल्पों में 21.18 प्रतिशत, वर्धा के 5 प्रकल्पों में 64.65 प्रतिशत और चंद्रपुर के 8 प्रकल्पों में 89.48 प्रतिशत पानी का भंडारण हुआ है। यह प्रकल्प सिंचाई व्यवस्था में सबसे मददगार साबित होते हैं।
Created On :   9 Aug 2021 9:59 AM IST