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विध्वंसक ‘मोरमुगाओ’ भारतीय नौसेना के सुपुर्द

डिजिटल डेस्क, मुंबई। माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) ने परियोजना 15बी श्रेणी के दूसरे पोत विध्वंसक यानी यार्ड 12705 (मोरमुगाओ) को भारतीय नौसेना को सौंप दिया है। भारत के सबसे बड़े विध्वंसकों में से एक इस पोत का निर्माण स्वदेशी इस्पात डीएमआर 249ए से किया गया है। इसकी कुल लंबाई 164 मीटर है और यह 75 हजार टन का वजन उठा सकता है। अपनी क्षमताओं के चलते यह विध्वंसक समुद्री युद्ध के दौरान बेहद कारगर साबित होगा।
इस पर सतह से सतह पर वार करने वाला सुपर सोनिक ब्रह्मोस और सतह से हवा में लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली बराक-8 मिसाइल तैनात है। पानी के भीतर युद्ध के लिए विध्वंसक‘मोरमुगाओ’ में स्वदेशी एंटी-सबमरीन हथियार और सेंसर लगाए गए हैं। इसमें खासतौर पर हल माउनटेड सोनार हुमसा एनजी, हेवी वेट टॉरपीडो ट्यूब लॉन्चर और रॉकेट लांचर भी फिट किए गए हैं। नौसेना के पास पहले से मौजूद विध्वंसकों के मुकाबले मोरमुगाओ ज्यादा ताकतवर है और इसमें दुश्मन की पनडुब्बी, युद्दपोतों, एंटी शिप मिसाइल और लड़ाकू विमानों को निशाना बनाने की बेहतर क्षमता है। पोत पर 312 क्रू तैनात हो सकते हैं। यह एक बार में 4 हजार समुद्री मील का सफर कर सकता है और इसका इस्तेमाल कर 42 दिनों का ऑपरेशन पूरा किया जा सकता है। पोत पर दो हेलिकॉप्टर भी तैनात है। यह पोत 30 समुद्री मील (55 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से सफर कर सकता है। पी15बी श्रेणी के विध्वंसक 72 फीसदी स्वदेशी सामग्री से निर्मित है।पोत को नौसेना को सौंपने स्वीकृत दस्तावेज पर वाइस एडमिरल नारायण प्रसाद, एवीएसएम, एनएम, भानौ(नि), अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एमडीएल और रियर एडमिरल सी रघुराम, बीएसएम, सीएसओ(टेक) की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए।
Created On :   25 Nov 2022 3:48 PM IST