लॉ के विद्यार्थियों को इंटरनल अंक देने में किया जा रहा भेदभाव

Discrimination in giving internal marks to law students
लॉ के विद्यार्थियों को इंटरनल अंक देने में किया जा रहा भेदभाव
लॉ के विद्यार्थियों को इंटरनल अंक देने में किया जा रहा भेदभाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के दीक्षाभूमि स्थित डॉ.बाबासाहब आंबेडकर लॉ कॉलेज के तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के दूसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने कॉलेज पर इंटरनल अंक देने में भेदभाव करने का आरोप लगाया है। विद्यार्थियों द्वारा शिक्षा मंत्री उदय सामंत और नागपुर यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ.सुभाष चौधरी से की गई शिकायत के अनुसार, विभाग के शिक्षकों ने उन्हें इंटरनल में कम नंबर दिए हैं, जिसके कारण वे फेल हो गए हैं। जबकि कई ऐसे भी विद्यार्थी हैं जो प्रथम सेमेस्टर में नियमित क्लास में नहीं आए, ठीक प्रदर्शन नहीं किया। उन्हें ज्यादा अंक दिए गए हैं। नागपुर यूनिवर्सिटी ने इस बार गैर-अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को प्रमोशन स्कीम से पास किया है,  जिसमें पिछले सेमेस्टर का प्रदर्शन देख कर अंक दिए गए हैं। इस फॉर्मूला से कॉलेज के दूसरे सेमेस्टर के कई विद्यार्थी फेल हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व 5 वर्षीय लॉ के 6वें सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने भी ठीक इसी प्रकार की शिकायत की थी। 

यह है मामला : दरअसल, कोरोना संक्रमण को देखते हुए नागपुर यूनिवर्सिटी ने अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों काे छोड़ कर शेष सभी सेमेस्टर के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का निर्णय लिया था। यूनिवर्सिटी ने विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए एक नियम बनाया, जिसमें विद्यार्थी के पिछले सेमेस्टर और मौजूदा सेमेस्टर के इंटरनल अंक में 50 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पास करने का निर्णय लिया गया। इससे हुआ ये कि जिन विद्यार्थियों का पिछले सेमेस्टर खराब प्रदर्शन था और मौजूदा सेमेस्टर में उन्हें पर्याप्त इंटरनल अंक नहीं मिले, वे सभी फेल हो गए हैं। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर विद्यार्थी संगठन ने इस पर आपत्ति जताते हुए नागपुर विश्वविद्यालय के हित में निर्णय लेने की मांग की है। 

Created On :   28 Nov 2020 5:47 PM IST

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