- Home
- /
- संतरे के बगीचे पर रोगों का आक्रमण,...
संतरे के बगीचे पर रोगों का आक्रमण, झड़ने लगी अंबिया बहार

डिजिटल डेस्क, शेंदुरजनाघाट(अमरावती)। वरुड़ तहसील में संतरा उत्पादक किसान बड़ी संख्या में है। यहां पर संतरा उत्पादक क्षेत्रफल अधिक रहने से वरुड़ तहसील को विदर्भ के कैलिफोर्निया के नाम से पहचाना जाता है। संतरा बगीचे पर आंबिया बहार बड़े पैमाने पर लग रहा है, किंतु अचानक तापमान में वृद्धि होने से और संतरा पेड़ों पर कई रोग ने आक्रमण करने से आंबिया बहार झड़ने लगा है। जिसके कारण तहसील के संतरा उत्पादक किसानों का लाखों का नुकसान हुआ है।
बता दें कि, तहसील में संतरा उत्पादक किसान बड़ी संख्या में है। इस बार संतरा पेड़ पर बड़े पैमाने पर आंबिया बहार निकलने से किसानों में समाधान व्यक्त किया जा रहा था। इस साल संतरा उत्पादन अच्छा होगा, अपने ऊपर आया संकट दूर होगा, इस उम्मीद में रहने वाले किसानों की उम्मीदों पर अचानक बढ़े तापमान ने पानी फेर दिया। दिन ब दिन तापमान में वृद्धि होने से आंबिया बहार उष्ण तापमान की वजह से झड़ने लगा है। तथा कुछ संतरा पेड़ काले पड़ रहे हैं जिसके कारण संतरा उत्पादक किसानों में निराशा देखी जा रही है। 50 फीसदी से अधिक संतरा नष्ट हो गया है, ऐसा किसानों ने बताया। तापमान में अचानक हुई वृद्धि और विविध रोग के प्रकोप से संतरा उत्पादक किसान फिर एकबार संकट से घिर गए है। नुकसान ग्रस्त किसानों द्वारा सरकार से मुआवजे की मांग की जा रही है।
सरकार सहायता करे
पहले ही कोरोना के कारण पिछले दो साल से संतरा उत्पादक किसानों ने विवश होकर मिट्टी माेल दाम में संतरा बिक्री की। संतरा उत्पादकों पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है। ऐसे में अब तापमान बढ़ने से आंबिया बहार झड़ने लगा है। जिसकी वजह से किसान चिंतित हो रहे हैं। सरकार ने संतरा उत्पादकों को राहत देने के लिए कुछ उपाययोजना करना जरूरी है तथा संतरा उत्पादकों की स्थिति को देखते हुए सरकार से मदद की अपेक्षा है। - सतीश काले, किसान
Created On :   19 April 2022 3:45 PM IST