नागपुर: गणेश टेकड़ी मंदिर के खजाने पर विवाद,करोड़ों की हेराफेरी

Dispute over treasure of Ganesh Tekdi temple, rigging of crores
नागपुर: गणेश टेकड़ी मंदिर के खजाने पर विवाद,करोड़ों की हेराफेरी
नागपुर: गणेश टेकड़ी मंदिर के खजाने पर विवाद,करोड़ों की हेराफेरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र सीताबर्डी स्थित श्री गणेश टेकड़ी मंदिर करोड़ों रुपए के खजाने पर कब्जे को लेकर विवादों में है। जर्जर मंदिर को तोड़ कर नए मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के निर्माण में श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए धन की लूट की बात इंटरनल ऑडिट (आंतरिक अंकेक्षण) रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार करीब 7 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी की गई है। इसे लेकर नए अध्यक्ष और पुरानी कार्यकारिणी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। मंदिर के खजाने का मामला अब लोगों के सामने आने से लोग सकते में हैं।

200 रुपए वर्गफीट वाला मार्बल 1500 में खरीदा 
ढोबले : मार्बल के काम में जो पार्टी टेंडरर नहीं है, उसे 4.50 करोड़ रुपए का काम दिया गया। मे. स्वरूप डिजाइनर ने टेंडर फार्म लिया है। दो-तीन मीटिंग तक स्वरूप का नाम था। बाद में स्वरूप का नाम काटकर मे. श्याम सिरामिक्स एंड ग्रेनाइट वर्क्स का नाम चढ़ाया गया। एग्रीमेंट  में सिक्योरिटी डिपॉजिट 4 प्रतिशत का उल्लेख है, लेकिन किसी भी पार्टी से नहीं लिया गया। घटिया दर्जे का 200 वर्गफीट वाला मार्बल 1500 रुपए वर्गफीट के हिसाब से खरीदा गया। इसी पार्टी को 1.60 करोड़ का सीलिंग का काम दिया गया। टेंडर के नियमों को नजरअंदाज कर वर्क ऑर्डर दिया। मार्बल के लिए 72.80 लाख रुपए ज्यादा दिया गया।

जिसने टेंडर नहीं भरा उससे खरीदा लोहा 
ढोबले : लोहा खरीदी में भी हेराफेरी की गई। पहले टेंडर भरने वाले सनविजय रोलिंग मिल से 13.50 लाख रुपए का लोहा खरीदा, लेकिन बाद में जिस पार्टी ने टेंडर भरा ही नहीं ऐसे लोहा कंपनी से लोहा खरीदा गया। मे. अविनाश आर्यन एंड स्टील से 95 लाख का लोहा खरीदा गया। इसका हलफनामा सचिव संजय जोगलेकर ने धर्मादाय उपायुक्त के समक्ष पेश किया है।
पडोले : लोहा खरीदी में हेराफेरी का आरोप गलत है। स्टैंडर्ड कंपनी का माल लिया गया। सनविजय रोलिंग मिल से ही लोहा खरीदा गया है। 

जनवरी के एग्रीमेंट में मई का स्टॉम्प
ढोबले :  इलेक्ट्रिक फिटिंग का काम मे. टेक्नोडील एन. पॉवर प्रा.लि. को दिया है, लेकिन सिक्युरिटी डिपॉजिट नहीं लिया गया। इस पार्टी का एग्रीमेंट 26 जनवरी 2019 को किया और स्टैम्प पेपर 16 मई 2019 को खरीदा गया। इस कंपनी को भी लाखों रुपए का भुगतान कर दिया गया, जबकि आधा भी काम नहीं हुआ है। 
पडोले : : ऐसा कभी होता है क्या कि एग्रीमेंट के पांच महीने बाद कोई स्टाम्प पेपर खरीदेगा। यह आरोप निराधार है। स्टाम्प पेपर ही एग्रीमेंट किया गया। 

एसी का काम पूरा नहीं हुआ और 40 लाख का भुगतान
ढोबले :  मंदिर में एसी लगाने का ठेका मे. जेंटेक्स इंजीनियरिंग सर्विसेस को 48 लाख रुपए में दिया गया। कंपनी को 40 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन काम आधा भी नहीं हुआ है। सिक्योरिटी डिपॉजिट नहीं लिया गया। टेंडर की आखिरी तारीख 28 दिसंबर 2018 थी, लेकिन 10 दिन पहले 18.12.2018 को ही इसकी टाबुलेशन शीट बनाई गई।
पडोले : ढोबले को पूरी जानकारी नहीं है। सिक्योरिटी डिपाजिट लिए बिना कोई काम किया जाता है क्या? एसी का काम कितना हुआ यह उन्हें नहीं मालूम। इसलिए यह कहना गलत है कि बगैर काम किए भुगतान किया। 

श्रद्धालुओं के धन का किया गया दुरुपयोग 
श्री गणेश मंदिर टेकड़ी का नए सिरे से निर्माण कार्य किया जा रहा है। पिछली कार्यकारिणी में विश्वस्त रहते हुए मैंने मंदिर के निर्माण कार्य में अनियमितता का मुद्दा कई बार उठाया, लेकिन अनदेखी की गई। 15 दिसंबर 2019 को अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद निर्माण कार्य में अनियमितता का इंटरनल आॅडिट करवाया। इसकी रिपोर्ट 29 जून को मिली। रिपोर्ट में करीब 7 करोड़ रुपए की हेराफेरी की बात सामने आई है। 
- लखीचंद ढोबले, अध्यक्ष, श्री गणेश मंदिर टेकड़ी,सीताबर्डी

मनगढ़ंत ऑडिट रिपोर्ट तैयार की
अध्यक्ष लखीचंद ढोबले अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्हें कुछ नहीं समझता। कमेटी में इंटरनल आडिट का मुद्दा रखे बिना ही अपने ढंग से आॅडिट रिपोर्ट तैयार करवा ली। आडिट रिपोर्ट बोगस है जिसे दो महिलाओं ने तैयार किया है। मंदिर के निर्माण कार्य पर मेरी पूरी नजर थी। कोई अनियमितता नहीं हुई है। मार्बल को छोड़कर बाकी सभी काम ठीक तरीके से किया गया है। पीटी मसे की निगरानी में सारे काम किए गए।    
- केशवराव पडोले, पूर्व अध्यक्ष, श्री गणेश मंदिर टेकड़ी, सीताबर्डी

Created On :   11 July 2020 10:41 AM GMT

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