दिव्यांग की पुलिस ने की पिटाई, मौत से जनता हुई आक्रोशित

Divyang was beaten up by the police, the public got angry with the death
दिव्यांग की पुलिस ने की पिटाई, मौत से जनता हुई आक्रोशित
दिव्यांग की पुलिस ने की पिटाई, मौत से जनता हुई आक्रोशित

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  पुलिस की नाकाबंदी में पारडी में एक दिव्यांग की मौत हो गई। हादसे के बाद सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। विधायक समेत आला पुलिस अधिकारी अतिरिक्त बल के साथ मौके पर पहुंचे। आक्रोशित भीड़ ने मृतक के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा, उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी तथा दोषी पुलिसकर्मी व अधिकारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। 

यह है मामला : मृतक पारडी निवासी मनोज हरिभाऊ ठवकर (35) मोटर मैकेनिक था। उसके परिवार में पत्नी अश्विनी (32), पुत्री अंशु (13) और पुत्र आरूष (11) हैं। दिव्यांग होने के कारण मनोज  कृत्रिम पैर की मदद से चलता था। बुधवार की रात साढ़े आठ से नौ बजे के दौरान मनोज मोटरसाइकिल से घर जा रहा था। इस दौरान पारडी चौक में हनुमान मंदिर के पास पुलिस की नाकाबंदी जारी थी। अन्य राहगीरों की तरह मनोज को भी पुलिस ने रोकना चाहा, लेकिन ब्रेक मारने भी उसकी मोटरसाइकिल जगह पर नहीं रुकी।  यह भी कहा जा रहा है कि पुलिसकर्मी के हाथ का धक्का लगने से मनोज का संतुलन बिगड़ गया और उसकी मोटरसाइकिल नाकाबंदी में तैनात पारडी थाने के उपनिरीक्षक शिंदे से टकरा गई। मनोज मोटरसाइकिल सहित िगर पड़ा।

बेहोश होने के बाद नहीं उठा नाकाबंदी में तैनात पुलिसकर्मियों को लगा कि मनोज ने उनके अधिकारी को जान-बुझकर टक्कर मारी है। उन्होंने मनोज की बेदम पिटाई कर दी। प्रकरण दर्ज करने के इरादे से मनोज को पारडी थाने ले जाया गया। थाने में जाने के बाद मनोज बेहोश होकर गिर पड़ा। कुछ देर बाद उठाया भी गया तो वह नहीं उठ सका। बहुत प्रयास करने के बाद भी मनोज में कोई हलचल नहीं हुई तो पुलिस घबरा गई। तत्काल उसे समीप के श्री भवानी मल्टीस्पेशलिटी एंड रिसर्च सेंटर में ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच में ही उसकी मृत्यु की पुष्टि कर दी।  

मौत की खबर तेजी से फैली : पुलिस की पिटाई से मनोज की मौत होने की खबर परिसर में फैलते ही बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्र हो गए। हालांकि मौत पुलिस की पिटाई से हुई या उसे हार्ट अटैक आया, यह अभी तक साबित नहीं हुआ है। 

जिद पर अड़ी भीड़ : आक्रोशित लोग दोषी पुलिसकर्मी और अधिकारी पर मामला दर्ज करने की मांग करने लगे। साथ ही उन्होंने मृतक के परिवार को 20 लाख बतौर मुआवजा और उसकी पत्नी अश्विनी को सरकारी नौकरी देने की भी मांग रखी। 

विधायक व आला अधिकारी पहुंचे : तनाव पूर्ण हालात की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के विधायक कृष्णा खोपड़े भी पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दंगा निरोधक दस्ता समेत पांचपावली, जरीपटका, कलमना, कपिल नगर थाने की पुलिस को बुलाया गया था। आला पुलिस अधिकारी भी स्थिति पर नजर रखे हुए थे।

Created On :   8 July 2021 10:05 AM IST

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