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खारपान पट्टे के लिए कृषि में स्वतंत्र नियोजन करें: ठाकुर

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले में खारेपानी पट्टे का 1 लाख 60 हजार 206 हेक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र है। इस क्षेत्र की भूमि, सिंचाई प्रणाली व अन्य विशेषता को ध्यान में रखकर कृषि योजनाओं को प्रभावी रूप से अमल करने के लिए स्वतंत्र नियोजन करने के निर्देश जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दिए। वह खरीफ सत्र 2022 नियोजन की बैठक की अध्यक्षता करते समय बुधवार 18 मई को नियोजन भवन में बोल रही थीं। इस समय विधायक बलवंत वानखडे, जिलाधीश पवनीत कौर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान, जिला कृषि विकास अधिकारी जी.टी. देशमुख, आत्मा की प्रकल्प संचालक अर्चना निस्ताने, सभी तहसील कृषि अधिकारी, विविध विभाग प्रमुख उपस्थित थे।
पालकमंत्री ने निर्देेश दिए कि खारेपानी पट्टे में जिले का बड़ा क्षेत्र और वहां की विशेषता को ध्यान में रख आगामी वर्ष से स्वतंत्र नियोजन किया जाए। खारेपानी पट्टे बाबत वर्ष 2014 में स्वतंत्र प्रस्ताव तैयार किया गया था उसे देखकर आवश्यक नए उपाय सहित फिर से प्रस्ताव प्रस्तुत करें। इसी तरह खारेपानी पट्टे के लिए संरक्षित सिंचाई की व्यवस्था होना आवश्यक है। जिले में कृषि विकास समिति तथा पोकरा अंतर्गत ग्राम कृषि संजीवनी समिति कार्यान्वित की जाए। साथ ही सदस्यों को प्रशिक्षण भी दिया जाए, ग्रामस्तर पर पटवारी, ग्रामसेवक, कृषि सेवक आपसी समन्वय रखकर सप्ताह में एक दिन किसान बंधुओं से चर्चा कर उनकी समस्याओं का निराकरण भी करें।
उन्होंने कहा कि फसल कर्ज वितरण को गति दी जाए, किसान बंधुओं को परेशान न होना पड़े। मुख्यमंत्री सौर कृषि पंप याेजना का अधिक से अधिक किसान लाभ ले सकें इस पर विशेष ध्यान देें। फसल कर्ज की समीक्षा लेने के लिए जिलाधीश कार्यालय में हर मंगलवार को समीक्षा बैठक की जाती है। राष्ट्रीयकृत बैंकों की कर्ज वितरण प्रक्रिया व्यापक व गति से होना आवश्यक है। कर्ज के लिए किसानों को परेशान होना न पड़े और फसल कर्ज के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जांच की सूची प्रस्तुत कर सभी बैंकों को भेजने के निर्देश जिलाधीश पवनीत कौर ने दिए।
Created On :   19 May 2022 12:51 PM IST